भोपाल। राजधानी में कोरोना संक्रमणकाल में बीच ड्यूटी कर अपना फर्ज निभा रहे एक और पुलिसकर्मी की जान कोरोना वायरस ने ले ली है। भोपाल शहर के गांधी नगर थाने में पदस्थ सब इंस्पेक्टर मोहन पटेल का आज निधन हो गया। उनका इलाज 22 अप्रैल से चिरायु अस्पताल में चल रहा था। गांधी नगर के थाना प्रभारी अरुण शर्मा ने बताया कि एसआई पटेल किडनी में इंफेक्शन से जूझ रहे थे और पिछले दो दिनों से डायलिसिस पर भी थी। उन्होंने हार्ट अटैक आ जाने के कारण बुधवार सुबह करीब 11 बजे 61 साल 10 माह की उम्र में अंतिम सांसें ली। उन्होंने बताया कि दो माह बाद जून में उनका रिटायरमेंट होना था। 

समय पर आ जाती रिपोर्ट तो बच सकती थी जान
सब इंस्पेक्टर मोहन पटेल की जान बच सकती थी, लेकिन सुस्त पड़े हेल्थ सिस्टम की वजह से उनकी रिपोर्ट में काफी देरी हुई और जब उनकी हालत बिगड़ने लगी तब रिपोर्ट आई। उसके बाद उन्हें कोरोना गाइडलाइन के तहत ट्रीटमेंट किया गया। टीआई शर्मा ने बताया कि 10 अप्रैल को एसआई मोहन को बुखार आया था। जब जांच कराई गई तो रेपिड एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई। उनके स्वास्यि में जब कोई सुधार नहीं आया तो 15 अप्रैल को आरटीपीसीआर टेस्ट कराया गया। लेकिन 3 दिन बीत जाने के बाद भी कोई रिपोर्ट नहीं आई। 

बुखार आने के 12 दिन बाद मिली पॉजिटिव रिपार्ट 
10 अप्रैल को बुखार आने के बाद लगातार जांच कराई लेकिन रिपोर्ट नहीं आई। आखिरकार 18 अप्रैल को टेस्ट कराया गया, जिसकी रिपोर्ट 22 अप्रैल को आई। यानी 10 अप्रैल से 12 दिनों के बाद 22 अप्रैल को आई रिपोर्ट में कोरोना की पुष्टि हुई। जिसके बाद उन्हें तत्काल चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया। टीआई शर्मा ने बताया कि मोहन पटेल किडनी के इंफेक्शन से भी जूझ रहे थे। अस्पताल में भर्ती होने के बाद उन्हें 2 दिनों तक डायलिसिस पर भी रखा गया और आज उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई। 


लगातार संपर्क में था परिवार
कोरोना से जंग हार चुके मोहन यादव के परिवार के सदस्य लगातार उनके साथियों के संपर्क में थे। चूंकि उनकी बेटी विदेश में और दोनों बेटों में एक पुणे व एक इंदौर में जॉब करते हैं। इसलिए पुलिस की टीम के सदस्य मोहन पटेल के बच्चों व पत्नी के संपर्क में लगातार बने हुए थे। मोहन पटेल के निधन की जानकारी उनके परिजनों को दे दी गई। 

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