ग्वालियर। स्कूल के आसपास शराब तो छोड़िए गुटखा तम्बाखू की बिक्री भी प्रतिबंधित रहती है। लेकिन जब शिक्षा के मंदिर को ही शराब फैक्ट्री बना दिया जाए तो इसे आप क्या कहेंगे? जी हां कोरोना काल मे मध्यप्रदेश के भिण्ड जिले में यह भी हुआ है। आज पुलिस कार्यवाही में भिण्ड जिले के गोरमी थाना क्षेत्र में स्थित हरीक्षा गांव के शासकीय स्कूल में अवैध शराब के साथ ही अवैध शराब बनाने का सामान और खाली बोतलें और क्वार्टर पुलिस ने जब्त किए हैं। ऐसे में अब सवाल उठ रहे हैं कि कोरोना काल में बच्चों के लिए स्कूल भले ही बंद थे पर शिक्षकों को तो आना होता था लेकिन जब स्कूल को ही अवैध शराब की फैक्ट्री बना दिया तब शिक्षक कहाँ थे।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा माफियाओं के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान को गति देते हुए भिण्ड पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने किसी भी प्रकार के अवैध कारोबार को रोकने और अवैध कारोबार करने वाले माफियाओं को सलाखों के पीछे पहुंचाने के निर्देश पुलिस महकमे को दिए हैं। जिले में सबसे ज्यादा अवैध कारोबार मिलावटी दूध, मावा एवं अवैध शराब का होता है। जिसके चलते भिण्ड जिले में ताबड़तोड़ कार्यवाहियां इन दोनों पर ही की जा रहीं हैं। पुलिस को मुखबिर के जरिये सूचना मिली कि हरीक्षा गांव के मिडिल स्कूल में अवैध शराब बनाने का काम किया जा रहा है। पुलिस ने जब दबिश दी तो स्कूल के कक्ष क्रमांक एक में अवैध शराब के साथ ही इसे तैयार करने का सामान मिला। पुलिस को यहां पर 50 लीटर ओपी, 100 लीटर देशी मसाला शराब एवं 115 क्वार्टर देशी मसाला शराब के भरे हुए मिले। जबकि स्कूल के बाहर बाजरा की करब में छिपाकर रखा गया 3100 क्वार्टर वारदाना मिला जिसमें ओपी से शराब तैयार कर भरी जानी थी।
शासकीय स्कूल के कमरे में इतनी बड़ी मात्रा में अवैध शराब और उसको तैयार करने का सामान मिलने पर हड़कंप मच गया। पुलिस को सामान तो मिला लेकिन कोई आरोपी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि जब स्कूल को अवैध शराब फैक्ट्री बनाया जा रहा था तब स्कूल के प्राचार्य अथवा अन्य स्टाफ कहाँ थे। क्या वह बिल्कुल स्कूल नहीं जा रहे थे या फिर उनकी मिलीभगत से ही अवैध शराब बनाने का कारखाना स्कूल में चलाया जा रहा था।
स्कूल प्रधानाध्यापक सतेन्द्र सिंह तोमर ने बताया कि वह स्कूल पहुंचते थे। लेकिन बच्चों के ना आने के चलते केवल कार्यालय में ही बैठकर कार्य करते थे। ऐसे में अन्य कमरों में ताला डाल कर रखा था। लेकिन उन्हें यह जानकारी नहीं लगी कि कब शराब माफिया ने स्कूल का ताला तोड़कर अपना ताला जड़ दिया और उसमें अवैध शराब का कारखाना शुरू कर दिया।
भिण्ड पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने बताया कि स्कूल में शराब व शराब बनाने का सामान व भारी मात्रा में बारदाना मिला है। स्कूल में शराब कौन बना रहा था व स्कूल स्टाफ की मिली भगत है कि नहीं इसकी जांच कराई जाएगी। जो भी तथ्य सामने आऐंगे कार्रवाई की जाएगी।