ग्वालियर। मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के भिण्ड जिले में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। अपराधी बेखौफ होकर बारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते है। पुलिस घटना के बाद मौके पर पहुचती है और अपराध कायम कर शांत बैठ जाती है। अपराधियों में पुलिस का भय तो है ही नहीं। भिण्ड जिले में 5 दिन में 6 हत्याओं होने के बाद भी पुलिस एक भी मामले के आरोपी को नहीं पकड पाई है। यहां पुरुष ही नहीं महिलाऐं भी हत्या जैसी जघन्य बारदातों को अंजाम देने में किसी से पीछे नहीं है। भिण्ड में लॉ एण्ड ऑर्डर की स्थिति बिगडने से शहर के आमजन व व्यापारी दहशत में आ गए है।
चंबलघाटी के खंूखार डकैत रहे आचार्य विनोवा भावे के समक्ष 1972 में हथियार डालने वाले आत्म समर्पित दस्यु लोकमन दीक्षित का कहना है कि अगर लोगों को न्याय मिले तो कभी कोई अपराधी नहीं बन सकता। भिण्ड में अपराध और अपराधी की जन्मदाता पुलिस हैं। यहां अपराधी को तो पुलिस लूटती ही है, फरियादी को भी पुलिस नहीं छोडती। जिसका माल ज्यादा होगा पुलिस उसी के पक्ष में काम करेंगी। भिण्ड जिले में पैसों के बल पर पुलिस किसी के भी कहने पर झूठा अपराध दर्ज कर उसे अपराधी बना देती है वो भी ऐसे मामले में जो उसने किया ही नहीं है। अपराधी की सिफारिश यहां के जन प्रतिनिधि भी कर देते है, लेकिन कोई भला इंसान है तो उसकी फरियाद न पुलिस सुनती है और न कोई राजनेता।
मुरैना से स्थानान्तरित होकर भिण्ड आ रहे नए पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने बताया कि हर किसी को न्याय मिले, आमजन व व्यापारी शांति में रहकर अपना कारोबार कर सके यह उनकी प्राथमिकता में रहेगा। सुरक्षा से खिलवाड करने वाला अपराधी कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो उसे छोडा नहीं जाएगा। भिण्ड में सभी को सुरक्षा पर भरोसा हो ऐसे हालात पैदा किए जाऐंगे। सुरक्षा के लिए आरक्षक से लेकर थाना प्रभारियों व एसडीओपी तक को जिम्मेदारी दी जाएगी। जो काम करेगा वह थानों में रहेगा और लापरवाही बरतने वालों को लाइन में रखा जाएगा। नए पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन आईपीएस बनने से पहले भिण्ड में नायब तहसीलदार के पद पर पदस्थ रह चुके है और भिण्ड की स्थिति से भली भांति परिचित है।