ग्वालियर। मध्यप्रदेश के भिण्ड जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर स्थित जैन धर्म के प्राचीन अतिशय क्षेत्र बरासों जैन मंदिर में 6 से 12 मार्च 2020 तक आचार्यश्री विराग सागर महाराज और मुनि श्री विहसंत सागर महाराज सहित 90 साधु और साध्वियो के सानिध्य में पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। मुनिश्री विहसंत सागर महाराज के सानिध्य में शनिवार गोपाल पर्वत स्थित गुरूशरणम् सभागर मे ग्वालियर जैन समाज की संस्थाओ को पचंकल्याणक महोत्सव की व्यवस्था और तैयारियो को लेकर बैठक आयोजित कि गई।
मुनिश्री विहसंत सागर महाराज ने कहा कि जैन धर्म के प्राचीन अतिशय क्षेत्र बरासों जैन मंदिर में सवा करोड़ की लागत से जिले का पहला 27 फीट ऊंचा समवशरण (भगवान का दरबार) बनने जा रहा है। जिसका निर्माण राजस्थान के संगमरमर और लाल पत्थर से किया जाएगा। वर्ष 2021 में इसका निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। जैन मंदिर परिसर में मौजूद टीले के ऊपर समवशरण के लिए 35 वाई 35 का एक हॉल बनाया जाएगा, जो 72 फीट ऊंचा रहेगा। इस समवशरण में एक साथ जैन धर्म के भगवानों की 92 प्रतिमाएं विराजमान की जाएंगी। जिसमें 24 तीर्थंकरों के मूर्तियां होंगी। समवशरण में 92 प्रतिमाओं के अलावा चार स्तंभ, 72 चैत्यालय, 8 भूमियां, 12 सभाएं होंगी। इसके अलावा 3 रद्यमयी पांडुकशिला के ऊपर कमलासन बनेंगे।
जैन समाज के प्रवक्ता सचिन आदर्श कलम ने बताया कि मेडिटेसन गुरू विहसंत सागर मुनिराज के सानिध्य एवं पंडित चंद्रप्रकाश जैन के मार्ग दर्शन में श्रीमती आशा जैन विजय जैन भानू जैन परिवार ने संतो के लिए गुरूशरणम् एवं विहसंत सभागार भवन का लोकर्पण कर शुभारंभ किया। जैन समाज के प्रवक्ता सचिन आदर्श कलम ने बताया कि मुनिश्री विहसंत सागर महाराज के सानिध्य में पंच कल्याणक आमंत्रित पत्रिका का पंच कल्याणक समिति भिण्ड के अध्यक्ष जगदीश जैन, महामंत्री विनोद जैन, प्रदीप जैन राजेंद्र जैन विशाल जैन एवं ग्वालियर से मनोज जैन कालेजा, दिनेश जैन, राजेश जैन, मनोज जैन, महेद्र जैन, धर्म वरैया, नरेंद्र जैन एवं सस्थाओ के अध्यक्ष व मंत्री ने विमोचन किया। संचालन पंडित चंद्र प्रकाश जैन एवं संदीप जैन एवं आभार विजय जैन कोयले वालो ने किया।