भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार हो रही बारिश अब कहर बरपाने लगी है। प्रदेश की सभी नदियां उफान पर हैं, जिससे आम जनजीवन अस्तव्यस्त है। उत्तरप्रदेश के ललितपुर में माताटीला बांध से लगातार पानी छोडे जाने से बेतवा और जामनी नदी उफान पर हैं। इससे ओरछा में तीन चरवाहों और टीकमगढ में तीन अन्य लोग पानी में फंस गए। इन्हें हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया। राजगढ में उफनता नाला पार करते समय दो युवक पानी में बह गए, इनमें से एक का शव मिला है। बारिश के कारण भोपाल-जबलपुर मार्ग बंद है, जबकि विदिशा-रायसेन नेशनल हाईवे तीन दिन से बंद है।
श्योपुर से सवाई माधोपुर जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग मार्ग दांतरदा गांव की पुलिया पर चंबल नदी के बाढ का पानी घुसने से बंद हो गया है। बरगी डैम के 15 गेट खोलने के बाद रायसेन में प्रशासन ने नर्मदा के खतरे को लेकर गांवों में कराई मुनादी। भोपाल का बडा तालाब लबालब होने से भदभदा डैम के गेट सीजन में पांचवी बार खोलने पड़े। 36 घंटे तक गेट खुले रहे। वहीं भारी बारिश की चेतावनी को लेकर ग्वालियर संभाग के गुना, अशोकनगर और राजगढ़ में स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है। राजधानी भोपाल में भी शुक्रवार को सुबह से बारिश का दौर रुक-रुक कर जारी है। मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में कम दवाब का क्षेत्र बने होने से आगामी 24 घंटों में आगर-मालवा, मंदसौर, रतलाम, शाजापुर, देवास, उज्जैन, नीमच, राजगढ़, सीहोर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुरकलां, मुरैना, धार, अलीराजपुर, झाबुआ एवं बड़वानी में भारी बारिश की चेतावनी दी है।

श्राजगढ में नदी के पुल को पार करते समय दो युवक बह गए, जिसमें एक की मौत हो गई है। वहीं दूसरा लापता है। असल में, राजगढ क्षेत्र में लगातार बारिश के चलते मोहनपुरा डेम के खुलने वाले गेटों की संख्या आठ से बढाकर 12 कर दी गई है। जिससे नेवज और अन्य नदियों और नाले में बाढ़ आ गई है। जिले के नरसिंहगढ़ थाना क्षेत्र की सुकड़ नदी में तेज बहाव होने के बावजूद मंडावर गांव निवासी राम सिंह तेज लहरों के बीच उफनती नदी के पुल को पार करने लगा, तेज धार में लड़खड़ा गया, जिससे तेज बहाव होने के कारण बह गया। वही राजगढ के लीमा चौहान थाना क्षेत्र में भी रामचन्द्र वर्मा नाम का युवक लीमा चौहान थाना क्षेत्र की पठारी नदी नेवज को पार करते समय बह गया। युवक का शव मिल गया है।

टीकमगढ़ जिले में बेतवा में बाढ़ आ जाने से टापू में फंस गए छह लोगों को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाल लिया गया है। माताटीला बांध का पानी छोड़ने से बेतवा-जामनी नदी में उफान आ गया, जिससे ओरछा में बेतवा नदी का पानी बढ़ गया और एक टापू में फंसे तीन चरवाहे फंस गए। उन्हें शुक्रवार को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया। टीकमगढ़ में धसान नदी में फंसे तीन अन्य लोगों को भी पुलिस और एनडीआरएफ ने हेलिकॉप्टर से ही रेस्क्यू कराया है।

मध्यप्रदेश के मालवा और भोपाल अंचल सहित राजस्थान के हाडौती जिलों में हो रही भारी बरसात से श्योपुर-कोटा मार्ग स्थित जलालपुरा चौकी पर पार्वती नदी करीब 50 फीट ऊपर बह रही है। वहीं, श्योपुर से बारां राज्य मार्ग पर कुहानजापुर गांव सीमा पर 20 फीट ऊपर पार्वती नदी का पानी बहने से दोनों मार्ग देर रात से ठप हो गए। वहीं, श्योपुर से सवाई माधोपुर जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग मार्ग दांतरदा गांव की पुलिया पर चम्बल नदी के बाढ का पानी घुसने से बंद हो गया है। श्योपुर जिले में पिछले 36 घंटे में कई जगह 3 से 5 इंच तक बरसात हुई है।

जबलपुर जिले स्थित बरगी बांध के पंद्रह गेट खोले जाने के चलते रायसेन जिले के बरेली के समीप बारना नदी के पुल पर बैक वाटर आ गया जिसके चलते रायसेन का जबलपुर और भोपाल से सड़क संपर्क टूट गया। बरगी बांध के कंट्रोल रूम के अनुसार बुधवार रात से बरगी डेम के 15 गेट डेढ मीटर तक खोले गए हैं। जिनसे 3450 क्यूसिक पानी प्रति सेकेंड निकल रहा है। बताया गया है कि 1 लाख 28 हजार 900 क्यूसिक पानी छोडा जाना है। जिससे नर्मदा नदी का जलस्तर 5 से 6 मीटर ऊपर बढने की संभावना है। इससे रायसेन जिला प्रशासन ने नर्मदा नदी किनारे बसे गांवों में मुनादी भी कराई है।

देर रात बरेली के पास बारना नदी पर पानी आ गया। जिस कारण नर्मदा नदी के किनारे बसे गावों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। बारना पुल पर पानी आने से राष्ट्रीय राजमार्ग 12 का सड़क मार्ग बंद हो गया है। इसके चलते भोपाल-जबलपुर सड़क मार्ग बन्द है। दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं।

वहीं रायसेन में पगनेश्वर नदी का पुल पूरी तरह से डूब गया है, जिससे रायसेन का विदिशा और भोपाल से संपर्क टूट गया है।राष्ट्रीय राजमार्ग-146 तीन दिन से बंद है। यहां बेतवा के पगनेश्वर पुल पर 10 फिट पानी है। क्षेत्र में लगभग 100 ग्राम बसे हुए हैं, जिनका संपर्क टूट गया है।

श्योपुर जिले में चंबल तथा पार्वती नदियां खतरे के निशान से ऊपर बहने से श्योपुर का राजस्थान के कोटा, बारां सहित जयपुर को जोडने वाले तीनों मार्गों पर यातायात बंद हो गया है। नदी किनारे के कई गांवों में बाढ का पानी घुस गया है। इसके चलते प्रशासन ने मुरैना और भिण्ड जिले में अलर्ट जारी किया है।

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