वाशिंगटन: संयुक्‍त राष्‍ट्र की सस्‍टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्‍यूशंस नेटवर्क की प्रकाशित वर्ल्‍ड हैप्‍पीनेस रिपोर्ट-2018 के मुताबिक यूरोपीय देश फिनलैंड दुनिया का सबसे खुशहाल देश है। जबकि भारत इस मामले में अपने पड़ोसी देशों से पिछड़ गया है। पाकिस्तान के लोग भारत से भी ज्यादा खुशहाल हैं। वर्ल्‍ड हैप्‍पीनेस की 156 देशों की इस सूची में भारत को 133वां स्‍थान दिया गया है पाकिस्तान 75वें स्थान पर है। साल 2017 में भारत 122वें स्‍थान पर था, लेकिन वह इस बार 11 स्‍थान खिसक गया है।

वर्ल्‍ड हैप्‍पीनेस रिपोर्ट
-शीर्ष 10 खुशहाल देशों में से 8 यूरोप के हैं।
-शीर्ष 20 में भी एशिया का एक भी देश नहीं है।
-सबसे कम खुशहाल देश बुरुंडी है. उसे 156वां स्‍थान मिला है।

ये देश रहे टॉप पर

वर्ल्‍ड हैप्‍पीनेस रिपोर्ट-2017 में पहले स्‍थान पर नॉर्वे था, पिछले साल उसे विश्‍व का सबसे खुशहाल देश घोषित किया गया था लेकिन इस बार डेनमार्क से यह ताज फिनलैंड ने छीन लिया।फिनलैंड छोटा यूरोपीय देश है, जिसका क्षेत्रफल 3.38 लाख वर्ग किमी है। इस देश की जनसंख्‍या 55 लाख है। खूबसूरती के लिहाज से भी फिनलैंड आगे है। साल 2017 में फिनलैंड 5वें स्‍थान पर था।नॉर्वे इस बार दूसरे स्‍थान पर है।तीसरे स्‍थान पर डेनमार्क है।आइसलैंड और स्विट्जरलैंड क्रमश: 4वें और 5वें स्‍थान पर हैं।नीदरलैंड 6वेंकनाडा 7वें स्‍थान पर है।यूजीलैंड 8वें स्‍थान पर है.स्‍वीडन और ऑस्‍ट्रेलिया क्रमश: 9वें और 10वें स्‍थान पर हैं।अमेरिका को इसमें 18वां स्‍थान दिया गया है।चीन को खुशहाली के मामले में 86वां स्‍थान दिया गया है।भूटान को 97वां।नेपाल को 101वां।बांग्‍लादेश को 115वां।श्रीलंका को 116वें।म्‍यांमार को इस सूची में 130वें स्‍थान पर रखा गया है।
अमेरिका अमीर हुआ पर कम हुई खुशहाली
अमेरिका जहां अमीरी के मामले में काफी आगे बढ़ा है, लेकिन वहां खुशहाली में गिरावट आई है। अमेरिका को इस बार 18वां स्थान मिला है जबकि पिछली बार वो 14वें पायदान पर था। अमेरिका वर्ल्‍ड हैप्‍पीनेस रिपोर्ट में कभी टॉप 10 में नहीं आया।

ऐसे तैयार की जाती है सूची
संयुक्‍त राष्‍ट्र की संस्‍था सस्‍टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्‍यूशंस नेटवर्क इस सूची को तैयार करने के लिए कई तरह के मानकों का इस्तेमाल करती है। जीडीपी पर कैपिटा, सामाजिक सहयोग, उदारता और भ्रष्‍टाचार, सामाजिक स्‍वतंत्रता, स्‍वस्‍थ जीवन के अलावा संस्था कई प्वाइंट्स के आधार पर प्रश्न तैयार करती है और इसके जरिए ही सूची बनाई जाती है।

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