भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि भाजपा द्वारा अनैतिक और असंवैधानिक रूप से पैदा किए गए संकट में जीत हमारी सरकार की होगी। उन्होंने कहा कि हम सब एकजुट है। लोकतंत्र की रक्षा और प्रजातंत्रिक मूल्यों के लिए हमारा मनोबल शीर्ष पर है। कमलनाथ ने आज मुख्यमंत्री निवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक को संबोधित किया। उन्होंने बैठक में कहा कि मुझे अपने विधायकों पर पूरा विश्वास है। हमारी हर हाल में जीत होगी। विधानसभा के बजट सत्र की पूर्व संध्या पर आयोजित इस बैठक में उन्होंने कहा कि कांग्रेस के विधायकों को जयपुर में बंधन में नहीं रखा गया।
वहाँ विधायक परिवारिक माहौल में एक साथ बगैर रोक-टोक के रहे। बैठक में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टी के नेताओं के इशारे पर कांग्रेस के विधायकों को बेंगलुरू में बंधक बनाकर रखा गया है। बंधक विधायकों को अपने परिवार तक से बात करने की इजाजत नहीं है। उन्हें भोपाल नहीं लाया जा रहा है। उन्होंने फ्लोर टेस्ट पर सवाल करते हुए कहा कि अगर भाजपा के भी 21 विधायक बंधक बना लिए जाए तो क्या फ्लोर टेस्ट संवैधानिक होगा। उन्होंने कहा कि पहले बंधक विधायकों को स्वतंत्र करिए और उन्हें भोपाल लाइए।
कमलनाथ ने कहा कि पिछले 15 माह में हमने माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाया, मिलावट के खिलाफ अभियान चलाया। भाजपा की पूर्ववर्ती सरकार के घोटालों और भ्रष्टाचार को उजागर करने की तैयारी चल रही थी, इसलिए भाजपा द्वारा प्रदेश सरकार को अस्थिर करने की कोशिश हो रही है। कांग्रेस सरकार विकास के रास्ते पर आगे बढेंगी। भाजपा की साजिश का एकजुट होकर मुकाबला किया जाएगा। बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पर्यवेक्षक एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि भाजपा का मूल चरित्र लोकतंत्र की हत्या करना है।
उत्तराखण्ड में भी कांग्रेस की सरकार को गिराने का इसी तरह का प्रयास किया गया था। उन्होंने कहा कमलनाथ सरकार भाजपा की हर साजिश का एकजुट होकर मुकाबला कर रही है। सरकार का यह जज्बा काबिले तारीफ है। विधायक दल की बैठक में उपस्थित विधायकों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के विचारों का पुरजोर समर्थन किया। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, विवेक तनखा एवं अरुण यादव भी उपस्थित थे।
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