बैतूल ! मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के जिला अस्पताल में लगभग 15 घंटों के दौरान चार नवजात शिशुओं की मौत का मामला सामने आया है। यह सभी नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (एसएनसीयू) में भर्ती थे। मृतक शिशुओं में दो शिशुओं के कुपोषित होने की बात सामने आई है। जिला अस्पताल सूत्रों से गुरुवार को मिली जानकारी के मुताबिक, हाथीकुंड निवासी कविता ने एक पखवाड़े पूर्व लड़के को जन्म दिया था, नवजात की स्थिति कमजोर होने पर उसे एसएनसीयू में भर्ती किया गया था, जहां मंगलवार की रात उसकी मौत हो गई।
वहीं बुधवार की सुबह मुलताई क्षेत्र के ग्राम साबड़ी निवासी चम्पा के नवजात बालक की मौत हो गई। चम्पा को 26 नवंबर को प्रसव हुआ था एवं उसका पुत्र काफी कमजोर था। उसका लगभग 21 दिनों तक एसएनसीयू में उपचार चला, जहां मौत हो गई।
बुधवार को ही साईंखेड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम बानूर निवासी शिवकला की नवजात बेटी की मौत हो गई। इसी तरह चिचोली क्षेत्र के ग्राम बोरी निवासी कांति ने मंगलवार-बुधवार की रात बेटे को जन्म दिया, तबीयत बिगड़ने पर उसे एसएनसीयू में भर्ती किया गया था, जहां बुधवार की रात उसकी मौत हो गई।
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. नीलेश धोटे ने संवाददाताओं से कहा कि जिन चार शिशुओं की मौत हुई है, उनमें से दो का वजन कम था और दो ने प्रसव के पूर्व ही पेट में मल कर लिया था, जिससे उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई और उनकी मौत हो गई। एसएनसीयू में इस समय 24 नवजात भर्ती हैं, जिसमें छह की हालत गंभीर है।
इससे पहले सतना जिले के अस्पताल में तीन नवजात शिशुओं की मौत हुई थी और चिकित्सकों ने इन बच्चों की मौत की वजह कुपोषण बताई थी।