भोपाल। 29 नवंबर 2017 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के 12 साल होते ही भारतीय जनता पार्टी मिशन 2018 के लिए चुनावी शंखनाद करेगी। ‘बेमिसाल 12 साल’ शिवराज के इस कार्यकाल को लेकर पूरे प्रदेश में भाजपा एक स्टडी भी करवा रही है कि क्षेत्र की मैदानी हकीकत क्या है।
खासतौर से हायर सेकंडरी स्कूल और कॉलेज के इंफ्रास्ट्रक्चर की जानकारी भी एकत्र कराई जा रही है। स्टडी में मौजूदा विधायक की स्थिति सहित विपक्षी दल के भावी प्रत्याशी के बारे में भी पूरी छानबीन की जाएगी।
230 सीटों पर होगा सर्वे
भाजपा अब लगभग हर महीने-दो महीने में प्रदेश के राजनीतिक हालात जानने के लिए प्रदेश में सर्वे करवा रही है। सूत्रों का मानना है कि शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री के रूप में 12 साल का कार्यकाल 29 नवंबर को पूरा कर रहे हैं। पार्टी इस अवसर को बेहतर तरीके से भुनाना चाहती है। उसकी सोच है कि इसी दौरान सीएम मिशन 2018 के लिए चुनावी शंखनाद कर दें। पार्टी इससे पहले पूरे प्रदेश की तस्वीर से भी रूबरू होना चाहती है।
इसके मद्देनजर सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों के राजनीतिक हालात पर एक रिपोर्ट तैयार करवाई जा रही है। इसमें मौजूदा विधायक के बारे में स्पष्ट राय होगी कि उसकी स्थिति चुनाव जीतने लायक है या नहीं। यदि कमजोर स्थिति है तो क्या उसे सुधारा जा सकता है अथवा नहीं। बहुत बुरी हालत है तो विकल्प क्या होगा, इस बारे में विस्तार से पड़ताल करवाई जा रही है।
विपक्ष से कौन होगा प्रत्याशी
सभी विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि 2018 के चुनाव में कांग्रेस किन क्षेत्रों से किसे प्रत्याशी बना सकती है। ऐसे संभावित प्रत्याशियों की सूची तैयार कर भाजपा अपनी रणनीति तैयार करेगी।
इंफ्रास्ट्रक्चर है या नहीं
भाजपा की नजर में इस बार युवा मतदाता हैं। यही वजह है कि वह पूरे प्रदेश में हायर सेकंडरी स्कूल और कॉलेजों में इंफ्रास्ट्रक्चर की जानकारी भी इसी सर्वे में जुटा रही है। इसका मकसद ये है कि केंद्रीय मदद नहीं मिलने पर राज्य सरकार अपने स्तर पर चुनाव से पहले यहां सारी सुविधाएं मुहैया करवाना चाहती है ताकि छात्रों को खुश किया जा सके।