उज्जैन। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बेटियों को मान-सम्मान देने की अपील करते हुए दस बेटियों को सोलर फैन और सोलर लाइट वितरित कीं। चौहान मंगलवार रात सिंहस्थ मेला क्षेत्र में दाती महाराज के आश्रम में उनसे आशीर्वाद लेने पहुँचे थे।
वहां उन्होंने कहा कि बेटियों का कोई मुकाबला नहीं है।बेटियों की सुरक्षा जरूरी है।
कन्याओं के जन्म को वरदान बनाने के लिए प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी योजना प्रारंभ की है।बेटी जब 21 वर्ष की हो जायेगी तो उसे 1 लाख 18 हजार रुपये मिलेंगे।बेटियों की शिक्षा के लिए नि:शुल्क किताबें, साईकिल, गणवेश दिया जाता है, ताकि वे आगे बढ़ सके।सरकार ने निर्धन परिवार की बेटियों के विवाह के लिए मुख्यमंत्री कन्यादान योजना प्रारंभ की है।
बेटियों को नौकरी में 35 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है।उन्हें उद्योग स्थापित करने के लिए पाँच प्रतिशत की अलग से छूट दी जाती है।निर्वाचन में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया है।इसी का परिणाम है कि आज पंचायत एवं स्थानीय निकाय में महिलाओं का प्रतिनिधित्व लगभग 56 प्रतिशत है।उन्होंने कहा कि जिन परिवारों में बेटियाँ नहीं हैं उन्हें बेटी गोद लेनी चाहिए।उन्होंने दस बेटियों को सोलर फेन, सोलर लाईट एवं स्कूल बेग वितरित किये।
आश्रम में दाती महाराज ने कहा कि वे बेटियों की सुरक्षा एवं उनके भविष्य निर्माण के लिए सुमंगला योजना संचालित कर रहे हैं।उनके आश्रम में तीन हजार बेटियाँ रहकर पढ़ रही हैं।उन्होंने घोषणा की कि उज्जैन के सभी विकासखंडों में 12वीं कक्षा में मेरिट में आने वाली बेटियों को 21-21 हजार रुपये और प्रदेश स्तर में मेरिट में आने वाली बेटियों को दो पहिया वाहन प्रदान करेंगे।उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार की सहायता से मध्यप्रदेश में भी वे बेटियों की सुरक्षा एवं उनके भविष्य निर्माण के लिए उनकी नौकरी एवं पढ़ाई के लिए काम करेंगे।