हांसी (हरियाणा)। टीवी सीरियल तारक मेहता का उल्टा चश्मा फेम अभिनेत्री मुनमुन दत्ता के खिलाफ नेशनल अलायंस फॉर शेड्यूल क्लास हयूमन राइट्स के संयोजक रजत कलसन की शिकायत पर थाना शहर हांसी की पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। एफआईआर सेक्शन 153 ए, 295ए भारतीय दंड संहिता व धारा 3(1)(आर), 3(1)(एस), 3(1)(यू) अनुसूचित जाति व जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत दर्ज की गई है। जिन धाराओं में मुनमुन दत्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। यह सारी धाराएं गैर जमानती हैं। इन धाराओं में अग्रिम जमानत का प्रावधान भी नहीं है। लिहाजा यह केस दर्ज होने के चलते मुनमुन दत्ता उर्फ बबीता मुसीबतों में फंसती नजर आ रही हैं।
तारक मेहता का उल्टा चश्मा की अभिनेत्री मुनमुन दत्ता उर्फ बबीता ने इंस्टाग्राम की एक वल्गर सोसायटी नाम के चैनल पर एक वीडियो डाला था। इसमें वे कह रही थी कि उन्हें यूट्यूब पर आना है तथा वे अच्छा दिखना चाहती हैं। उन…. जैसा नहीं दिखना चाहती तथा यह कहकर मुनमुन दत्ता ने अनुसूचित जाति समाज के खिलाफ एक अपमानजनक टिप्पणी कर दी। इसको लेकर नेशनल अलायंस फॉर शेड्यूल क्लास ह्यूमन राइट्स के संयोजक रजत कलसन ने 11 मई को हांसी की पुलिस अधीक्षक को एक लिखित शिकायत व आरोपी मुनमुन दत्ता की वीडियो वाली सीडी प्रस्तुत की थी जिस पर हांसी की पुलिस अधीक्षक निकिता गहलोत ने थाना शहर हांसी को एफआइआर दर्ज करने के आदेश दे दिए ।
एक्ट्रेस के इस वीडियो पर कई लोगों ने आपत्ति जताई है। अपनी गलती का एहसास होते ही मुनमुन ने यह वीडियो इंस्टाग्राम से डिलीट कर दिया था। इस वीडियो पर माफी मांगते हुए मुनमुन दत्ता ने बयान भी जारी किया था। उन्होंने लिखा था कि यह एक वीडियो के संदर्भ में है जिसे उन्होंने कल पोस्ट किया था, जहां उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए एक शब्द का गलत अर्थ लगाया गया है। यह अपमान, धमकी या किसी की भावनाओं को चोट पहुंचाने के इरादे से कभी नहीं कहा गया था। उनकी भाषा के अवरोध के कारण, उन्हें सही मायने में शब्द का मतलब नहीं पता था। जब उन्हें इसका मतलब पता चला तो उन्होंने तुरंत उस पार्ट को हटा दिया।