नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी की अंदरूनी (CWC Meeting) कलह अब खुलकर सामने आ गई है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के जरिए हो रही कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक बेहद तनावपूर्ण माहौल में हुई। राहुल गांधी के आरोप के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने इस्तीफा सौंपने की बात कही। इसी बात पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने आजाद पर तंज कसा है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) राहुल के इस आरोप पर बुरी तरह से तिलमिला गए। आजाद राज्यसभा में कांग्रेस के नेता हैं। उनकी अगुवाई में ही वरिष्ठ कांग्रेसियों ने सोनिया को चिट्ठी लिखी थी। आजाद ने कहा कि अगर ‘बीजेपी से सांठ-गांठ के आरोप सिद्ध होते हैं तो मैं त्यागपत्र दे दूंगा।
गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) पर तंज कसते हुए हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने ट्विटर पर लिखा कि आदर्श न्याय, गुलाम नबी साहब मुझपर यही आरोप लगाते थे। अब आप पर भी यही आरोप लगा है। 45 साल की गुलामी सिर्फ इसलिए? अब ये साबित हो गया है कि जनेऊधारी लीडरशिप का विरोध करने वाला बी-टीम ही कहलाया जाएगा। मुझे उम्मीद है कि मुस्लिम समुदाय के लोग समझेंगे कि कांग्रेस के साथ रहने से क्या होता है।
कांग्रेस की सीडब्ल्यूसी बैठक (Congress CWC Meeting) में शीर्ष नेताओं के बीच काफी तनातनी देखने को मिली। पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi To Ghulam Nabi Azad) ने गुलाम नबी आजाद समेत अन्य नेताओं को पत्र लिखने के लिए फटकार लगाई। उन्होंने नेताओं की चिट्ठी लिखने की टाइमिंग को लेकर आलोचना की और बीजेपी से सांठगांठ के आरोप भी लगाए। इससे वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद इतने आहत हुए कि उन्होंने इस्तीफा देने तक की बात कह दी। वहीं कपिल सिब्बल ने पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा पर सवाल उठने पर खेद जताया। आइए जानते हैं कि कांग्रेस की वर्किंग कमिटी की बैठक में क्या हुआ-
सूत्रों के मुताबिक, CWC की मीटिंग में राहुल गांधी ने चिट्ठी की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘पार्टी नेतृत्व के बारे में सोनिया गांधी को पत्र उस समय लिखा गया था जब राजस्थान में कांग्रेस सरकार संकट का सामना कर रही थी। पत्र में जो लिखा गया था उस पर चर्चा करने का सही स्थान सीडब्ल्यूसी की बैठक है, मीडिया नहीं।’