भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में विरोध प्रदर्शन करने वाले भाजपा के पूर्व विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह पर 23 लाख की वसूली निकालने के बाद अब भोपाल के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) योगेश देशमुख ने अपनी रेंज के 2 डीआईजी और 7 एसपी को निर्देशित किया है कि वो बिना अनुमति आयोजित होने वाले धरना-रैली के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।
अब पुलिस-प्रशासन की इजाजत के बगैर भोपाल, सीहोर, राजगढ और विदिशा जिलों में धरना-रैली, प्रदर्शन या आंदोलन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिर चाहे वह राजनैतिक दल, स्वयंसेवी संगठन, छात्र संगठन या सामाजिक संगठन ही क्यों न हों। भोपाल आईजी योगेश देशमुख ने इस संबंध में पत्र जारी कर अपनी रेंज के दोनों डीआईजी और सातों एसपी को निर्देश दिए हैं।
सोमवार को जारी इस पत्र में कहा गया है कि अनुमति लेकर किए जाने वाले धरना-प्रदर्शन के लिए भी अलग स्थान चिह्नित करवाएं, ताकि आम जनता को इससे कोई परेशानी न हो।
अपनी मांगों को लेकर कई संगठन धरना-प्रदर्शन के लिए अनुमति लेते हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी हैं, जो ऐसा नहीं करते हैं। ऐसे प्रदर्शनों से अचानक कानून व्यवस्था की स्थिति बनती है और आकस्मिक परिस्थिति से आम जनता भी परेशानी होती है। इसके साथ ही आपातकालीन चिकित्सीय सुविधाएं, स्कूल-कॉलेज के छात्र-छात्राओं को भी परेशानी उठानी पडती है।
बीती 23 अगस्त को पूर्व विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह से 23 लाख 76 हजार लाख रुपए वसूलने की अनुशंसा भोपाल पुलिस ने कलेक्टर से की थी। पुलिस ने ये कार्रवाई भू-राजस्व संहिता के प्रावधानों के तहत की थी। हालांकि, पीसी शर्मा, कुणाल चौधरी समेत अन्य बडे राजनेताओं ने पुलिस की इस अनुशंसा का विरोध किया है।