ग्वालियर। मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के भिंड जिले में बंदूक-रिवॉल्वर को अपने पास रखना शानो-शौकत से जोड़कर देखा जाता है। यही वजह है कि भिंड जिले में बिजली बकायादारों से वसूली के लिए इसी शान का सहारा लिया जाएगा। उपभोक्ताओं पर बिजली कंपनी का 676.79 करोड रुपए बकाया है। विभाग की तमाम कोशिशों के बावजूद लोग बिल जमा करने को तैयार नहीं हैं। उनके खिलाफ पुलिस में भी प्राथमिकी दर्ज कराने की कार्रवाई की योजना बनाई जा रही है।

आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि अब कलेक्टर छोटे सिंह ने बिजली कंपनी अधीक्षण यंत्री अशोक शर्मा को निर्देश दिए हैं कि वे ऐसे बकायादारों की सूची तैयार करें, जिनके नाम पर लाइसेंसी हथियार हैं। सूची तैयार होते ही बिल जमा नहीं करने वालों के लाइसेंस निरस्त किए जाएंगे। जिले में 23 हजार से ज्यादा लाइसेंसी हथियार हैं। बिजली कंपनी के अधीक्षण यंत्री अशोक शर्मा की ओर से प्रशासन को जिले के 149 ऐसे बकायादारों के नामों की सूची दी गई है, जिन पर जिले में सबसे ज्यादा बिजली के बिल बकाया है।

बिजली कंपनी ने इन बकायादारों को बकायदा माफिया की सूची में रखा है। इनसे राज्य सरकार के ‘एंटी माफिया अभियान’ के तहत वसूली करने के लिए बिजली कंपनी की ओर से प्रशासन को पत्र भी लिखा गया है। बिजली कंपनी के भिंड जिले के अधीक्षण यंत्री अशोक शर्मा ने आज यहां बताया कि जिले में बिजली के बकाया बिल वसूली के लिए हथियार लाइसेंसधारी उपभोक्ताओं की सूची तैयार कराई जाएगी। अनुमानत: ऐसे 5 हजार से ज्यादा बकायादार होंगे। सूची बनने के बाद सही संख्या बताई जा सकेगी। बकाया बिल जमा नहीं करने वालों के लाइसेंस निरस्त और निलंबित कराने की कार्रवाई भिंड जिला प्रशासन से करायी जाएगी।

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