मिजाजीलाल जैन
भोपाल। मध्य प्रदेश में बिजली जाने और अघोषित कटौती से केवल जनता ही नहीं सरकार भी परेशान है। अब इस मामले में मुख्यमंत्री कमलनाथ एक्शन में आए हैं। प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आ रही ऐसी खबरों के बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री ने इस संबंध में अहम बैठक बुलाई है। इसमें अलग-अलग बिजली कंपनियों के आला अफसर मौजूद रहेंगे। बता दें कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश के कई जिलों में बिजली जाने और अघोषित कटौती को लेकर कड़ी नाराजगी जताई है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जिम्मेदारी अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए निर्देश दिए कि, “सर प्लस बिजली होने के बाद प्रदेश के कई हिस्सों से बिजली गुल व कटौती के मामले सामने क्यों आ रहे है ? इस तरह के मामले बर्दाश्त नहीं किये जायेंगे। जिम्मेदार अधिकारी स्थिति में सुधार लाएं वरना कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहें। इसको लेकर उन्होंने ज़िम्मेदार अधिकारियों की मंगलवार को एक जरूरी बैठक बुलाई है, जिसमें इन सभी मामलों पर चर्चा की जाएगी।”
बता दें कि मध्य प्रदेश में रविवार को कई स्थानों पर आंधी और बारिश के बाद घंटों बिजली गुल और अघोषित कटौती के मामले सामने आए थे। जिस पर मुख्यमंत्री ने कड़ी नाराजगी दिखाते हुए जिम्मेदार अधिकारियों को कहा कि किसी भी प्रकार के फॉल्ट और तकनीकी खामी के चलते अगर बिजली वितरण में व्यवधान होता है तो ये समझा जा सकता है, लेकिन बगैर किसी वजह के अगर बिजली गुल रहती है या बिजली कटौती की जाती है तो वो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अफसरों को निर्देश दिए हैं कि आम उपभोक्ताओं को 24 घंटे और खेती के लिए कम से कम 10 घंटे बिजली दी जाए।
अघोषित बिजली कटौती से परेशान मुख्यमंत्री ने कहा कि, अब वो खुद विद्युत वितरण और शिकायतों के काम की मॉनिटरिंग करेंगे और समय- समय पर ज़िम्मेदार अधिकारियों से रिपोर्ट भी लेंगे।