सागर। मंगलवार को सागर में जोरदार बारिश हुई। सुबह से लेकर दोपहर तक शहर में तकरीबन 80 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। जिसके चलते पूरा शहर पानी-पानी हो गया। निचले इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया। इस दौरान सागर जिले के मालथौन थाना अंतर्गत दरी गांव में शाम को पुल पर पानी होने के दौरान यात्रियों से भरा तूफान वाहन पानी में फंस गया। धीरे-धीरे जीप पानी में डूब रही थी। ऐसे में राहत-बचाव टीम के आने से पहले ही गांववाले आगे आए और लोगों की जान बचाई। जीप में महिलाओं समेत बीस लोग सवार थे। इसकी कुछ तस्वीरें भी सामने आईं हैं, जो ये बताने के लिए काफी हैं कि अगर लोगों को रेस्क्यू करने के काम में जरा सी भी देर की जाती है तो जान पर बन सकती थी।
मंगलवार सुबह साढ़े पांच बजे से सागर में तेज बारिश का दौर शुरू हो गया। लोगों की जब आंख खुली तो सागर पानी-पानी हो रहा था। सुबह स्कूल-कॉलेज के समय छोटे बच्चों और स्टूडेंट्स को भीगते हुए बसें व ऑटो तक पहुंचना पड़ा। सुबह से ही लोग पानी से बच्चों को बचाने के लिए मशक्कत करते नजर आ रहे थे। सुबह करीब 9.45 बजे नगर निगम स्टेडियम के सामने अंगीठी रेस्टोरेंट के पास एक युवक मोपेड वाहन लेकर पानी को चीरते हुए गुजर रहा था। लोगों ने उसे मना किया तो उसने कहा कि वहां रास्ता है, वह रोज गुजरता है। लोगों की सुने बगैर वह आगे बढ़ा और सड़क किनारे पानी के बहाव के कारण उसकी मोपेड नाले में गिर गई। युवक भी वाहन के साथ नाले में गिर गया। आसपास खड़े लोगों की सांसें फूल गईं, लोग उसे बचाने दौड़े इसी दौरान युवक पानी में हाथ-पैर चलाते हुए खुद ही बाहर निकल आया। गनीमत रही की वह सकुशल बाहर आ गया, हालांकि उसका वाहन सड़क से करीब 5 फीट गहरे नाले में समा गया, जिसे दोपहर में निकाला जा सका।
यहां दोपहर तक कई दुपहिया वाहन चालकों के साथ ऐसी स्थिति बनी जिनकी गाड़ियां बमुश्किल नाले में समाने से बचाई जा सकीं। मौसम विभाग से मिली जानकारी अनुसार प्रदेश के कुछ जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसमें सागर संभाग के पांच में से चार जिले शामिल हैं। जिसमें सागर, दमोह, टीकमगढ़, छतरपुर जिले सहित पड़ोसी जिले विदिशा, अशोकनगर शामिल हैं। इसके अलावा भारी बारिश के अलर्ट वाले जिलों में भोपाल, जबलपुर, रायसेन, मुरेना, भिंड, श्योरपुर, गुना, पन्ना, कटनी, देवास, सीहोर शामिल हैं।
सागर जिले में औसत बारिश करीब 44 इंच के आसपास होती है। मंगलवार शाम तक सागर में 795 मिलीमीटर बारिश अर्थात 28.62 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। इस लिहाज से सीजन की औसत बारिश के लिए अभी करीब 15 इंच बारिश और चाहिए हैं। हालांकि आधी बारिश के दौरान ही बुंदेलखंड के सभी डैम, तालाब, नदी-नाले सब ओवरफ्लो हो चुके हैं। राजघाट बांध तीसरी दफा ओवरफ्लो का नजारा दिखा रहा है। तालाब का मोंगा बंधान भी तीसरी दफा ओवर फ्लो हो रहा है। जबकि अभी बारिश का दौर जारी है।
कई कॉलोनियों में सड़कों से लेकर घरों तक पानी भर गया था। स्नेह नगर, वैशाली नगर, श्रीराम नगर, मेडिकल कॉलेज के सामने तिरुपतिपुरम, सत्यम नगर सहित करीब दर्जनभर कॉलोनियों में भी बाढ़ जैसे हालात थे। तालाब किनारे की कॉलोनियों में बारिश के कारण तालाब के पानी का बैकप्रेशर के कारण नालों की चाल कुछ समय के लिए उल्टी हो गई थी। मछरयाई व शहर के लो-लाइन एरिया में बसे वार्ड, कटरा बाजार, गुजराती बाजार, अप्सरा अंडर ब्रिज, भगवान के नालों के किनारे बसे वार्डों में एक से हालात नजर आ रहे थे।
मंगलवार को हुई भारी बारिश के दौरान सागर के बस स्टैंड इलाके में चारों तरफ पानी-पानी हो रहा था। संगीत महाविद्यालय के बाजू वाली सड़क और नाले का लेवल एक सा हो गया था। इसी प्रकार नगर निगम स्टेडियम के अंदरबाहर करीब दो-दो फीट पानी भरा हुआ था। यहां बस स्टैंड से लेकर एमएलबी स्कूल के पास भी तीन-तीन फीट तक पानी भर गया था। करीब तीन घंटे तक यह रास्ता पानी भरने के कारण रहा। इधर जेल के पीछे स्नेह नगर से गुजरा नाला भी ओवरफ्लो होकर सड़क तक आ गया था। इसके चलते कुछ परेशानी भी हुई।