भोपाल। मध्यप्रदेश के बडे नेता, मंत्री लगभग पूरी की पूरी कांग्रेस कर्नाटक में है। दिग्विजय सिंह सहित 9 मंत्रियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कर्नाटक पुलिस की तीखी आलोचना करते हुए कहा है कि यदि बेंगलुरु में विधायकों को मुक्त नहीं किया गया तो मैं भी उनसे मिलने के लिए बेंगलुरु जाऊंगा।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि विधानसभा में हमारे पास पूर्ण बहुमत है। यदि भारतीय जनता पार्टी को लगता है कि हमारी सरकार अल्पमत में हैं तो वह अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए। हम विधानसभा में उसका जवाब देंगे। उधर दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट में फ्लोर टेस्ट के लिए लगाई गई याचिका पर आज सुनवाई नहीं हो सकी क्योंकि याचिकाकर्ता शिवराज सिंह चौहान के वकील अनुपस्थित थे।
कमलनाथ ने कहा कि बैंगलोर में भाजपा द्वारा बंधक बनाये गये कांग्रेस विधायकों से मिलने गये कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह व कांग्रेस के मंत्रियो , विधायकों को मिलने से रोकना, उनसे अभद्र व्यवहार करना , उन्हें बलपूर्वक हिरासत में लेना पूरी तरह से तानाशाही व हिटलर शाही है।
पूरा देश आज देख रहा है कि एक चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने के लिये किस प्रकार से भाजपा द्वारा लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की जा रही है। विधायकों से मिलने नहीं दिया जा रहा है, आखिर किस बात से डर रही है भाजपा… ?
भाजपा द्वारा एक गंदा खेल प्रदेश में खेला जा रहा है। लोकतांत्रिक मूल्यों , संवैधानिक मूल्यों व अधिकारो का दमन किया जा रहा है। हमारे हिरासत में लिये गये नेताओ को शीघ्र रिहा किया जावे और बंधक विधायकों से मिलने की इजाजत दी जाये।