गुरुवार को यमुना नदी में किसानों और मजदूरों से भरी एक नाव डूबने से बागपत के 22 लोगों की मौत हो गई। जिसके बाद गुस्साएं ग्रामीणों ने अधिकारियों के देरी से पहुंचने पर जमकर हंगामा काटा। पुलिस पर पथराव करते हुए दर्जनों गाड़ियों को उग्र भीड़ ने आग के हवाले कर दिया। वहीं, मौके पर मौजूद डीएम और एडीशनल एसपी वहां से भागकर जान बचाते पाए गए।
उग्र भीड़ का तांडव
बता दें कि नाव हादसे के बाद जिला डीएम और एडीशनल एसपी मौके पर पहुंचे थे। एेसे में गुस्साएं ग्रमीणों ने अधिकारियों के देरी से आने को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। ग्रमाणों ने पुलिस पर पथराव करते हुए दर्जनों गाड़ियों को आग लगा दी। इस दौरान डीएम और एडीशनल एसपी को भाग कर खुद को बचाना पड़ा।
अब तक 22 की मौत, कई लापता
दरअसल शहर कोतवाली क्षेत्र में आज सुबह काठा गांव के सामने यमुना नदी में एक नाव के पलटने से 22 लोगों की मृत्यु हो गई, जबकि कई लोग अभी भी लापता हैं। जिसपर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए देने की घोषणा की है।
जिला पुलिस एवं प्रशासन अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और राहत एवं बचाव का काम अभी जारी है। प्रथम दृष्टया नाव में क्षमता से अधिक लोग सवार थे। उन्होंने बताया कि लोगों के अलावा नाव पर खाद के बोरे और अन्य सामान भी लदा था। उन्होंने बताया कि नाव पर कितने लोग थे अभी यह स्पष्ट नहीं है। गोताखोर लापता लोगों की तलाश में लगे हैं।