मुलताई ! पिता-पुत्री के पवित्र रिश्ते को एक हवस के अंधे पिता द्वारा कलंकित करने के प्रयास करने का मामला सामने आया है। रिश्तों को तार-तार करने वाली इस घटना मेंं पिडि़त पुत्री द्वारा अपने पिता की शिकायत करने पर पुलिस ने आरोपी पिता पर प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। पूरे मामले में एक एनजीओ की सक्रियता से कलयुगी पिता पर अपराध दर्ज हो सका है। बताया जा रहा है कि विगत एक वर्ष से पीडि़ता एवं उसकी मां पुलिस से शिकायत कर रही थी, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नही लेते हुए अपराध दर्ज नहीं किया था।
अपनी ही बेटी को भोजन में नींद की गोलियां खिलाकर पिता उसके साथ रात में अश्लील हरकतें कर उसे बेचने की साजिश रच रहा था। बुधवार को मुलताई के एक एनजीओ को पूरे मामले की जानकारी लगी, जब एनजीओ की अध्यक्ष एवं पार्षद निशा गोस्वामी द्वारा बालिका को घर से बमुश्किल पिता के कब्जे से छुड़ाकर लाया गया और मुलताई थाने आकर मामला दर्ज करवाया गया।
मेरे पिता मुझसे बार-बार संबंध बनाने के लिए कहते है, वह रात में भोजन में मुझे नींद की गोलियां डालकर खिला देते है और फिर रात में मुझसे अश्लील हरकते भी करते हैं। जब मैं विरोध करती हूं तो मेरी जमकर पिटाई की जाती है। बाहर आने-जाने नहीं दिया जाता और किसी से बात करने पर भी पाबंदी है। यह कहना है 20 वर्षीय उस पीडि़ता का जिसे बुधवार को मुलताई प्रियदर्शनी महिला एवं समाज कल्याण समिति की अध्यक्ष निशा गोस्वामी उसके पिता के कब्जे से छुड़ाकर लाई थी। पीडि़ता ने बताया कि उसने यह बात अपनी मां को भी बताई थी, मां भी इसका विरोध करती तो पिता उसके साथ भी मारपीट करते। जब भाई ने इस बात का विरोध किया तो उसे भी मारपीट कर घर से भगा दिया गया। इतना ही नहीं, पीडि़ता की छोटी बहन जो महज 12 साल की है, उसके साथ भी पिता द्वारा अश्लील हरकते की जाती है। पीडि़ता ने बताया कि उसके पिता द्वारा उसे बेचने के लिए अशोकनगर, शाजापुर में बात भी की गई थी, उसका सौदा भी हो चुका था, यदि बुधवार को वह थाने नहीं पहुंचती तो उसे बेच दिया जाता। उसके पिता ने एक दूसरी महिला को घर में लाकर रख लिया है। वहीं कई महिलाओं को घर में बुलाता है।
एक वर्ष तक दर्ज नहीं किया प्रकरण: महिलाओं के खिलाफ हिंसा तथा अन्य लैंगिक अपराधों के मामले में पुलिस को तत्काल अपराध दर्ज किया जाना जरूरी है, लेकिन पिडि़ता एवं उसकी मां के अनुसार पूरे मामले की शिकायत वह एक वर्ष से थाने में करती आ रही है लेकिन पुलिस ने कभी मामला गंभीरता से नहीं लिया तथा आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज नहीं किया। ऐसी स्थिती में वे तथा उनकी दोनों बेटियां दहशत में थे।