नई दिल्ली: मध्यप्रदेश के वोटर लिस्ट में 60 लाख फर्जी वोटरों को जोड़े जाने को लेकर की गई शिकायत को चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया है. गौरतलब है कि इस मामले के सामने आने के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस ने राज्य चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की थी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग भी की थी. चुनाव आयोग ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों में कोई दम नहीं है. आयोग ने कहा कि तस्वीर रिपीट होने से जुड़ी गलतियों को ठीक किया जा रहा है. चुनाव आयोग ने राज्य में वोटरों की संख्या में वृद्धि को एक सामान्य सी चीज के तौर पर लेने की बात भी कही.
गौरतलब है कि एक जून को इस पूरे मामले का खुलासा हुआ था. उस दौरान बताया गया था कि किस तरह से एक ही फोटो के सहारे राज्य में कितने फर्जी वोटर बनाए गए हैं. एनडीटीवी ने खबर छापी थी कि कैसे पोलिंग बूथ, 23 मतदाता, सबकी तस्वीर एक जैसी है. ऐसी ही ढेर सारी गड़बड़ियों वाली मतदाता सूची द पॉलिटिक्स. इन नाम के स्टार्ट अप से एनडीटीवी के हाथ लगी है. चुनाव आयोग ने इसे देखने के बाद लिस्ट से खामियां दूर करने की बात कही है. इसी तरह भोजपुर विधानसभा के मतदाता केंद्र 245 में मतदाता कार्ड नंबर आईजेपी 3297140 वाले देवचंद इसी बूथ पर आईजेपी 3297249 से मुकेश कुमार हो गये. बूथ नंबर 270 में यही तस्वीर तीन अलग अलग नामों से है.
पोलिंग बूथ नंबर 272 पर दो नाम से बूथ नंबर 273 में चार नाम से तो 275 में दो नाम से 276 में भीमसेन नाम से तो बूथ नंबर 280 में तीन अलग-अलग नामों से है. इस मामले में कांग्रेस का आरोप था कि प्रदेश में ऐसे 1-2 नहीं बल्कि 60 लाख फर्जी वोटर हैं जिसे सराकर ने प्रशासन की मदद से तैयार किया है. कांग्रेस प्रवक्ता मानक अग्रवाल ने कहा था कि एक फोटो है, 40 लोग मतदान कर रहे हैं, उसमें भी पुरूष हैं, महिला भी.