भोपाल। राजधानी में भारतीय मानक ब्यूरो ने आईएसआई मार्का की फर्जी सील लगाकर पानी बेच रही एक फैक्ट्री पर छापा मारा है। यहां से बड़ी मात्रा में जार, बोतलें और पाउच जब्त किए गए हैं। आईस रॉक ब्रांड के नाम से बाजार में बिक रहे इस पेयजल का लाइसेंस एक साल पहले ही खत्म हो चुका था। वहीं, इंदौर के केबल्स एवं इमरशन वॉटर हीटर विक्रेता पर भी कार्रवाई की गई है।
मानक ब्यूरो की मध्यप्रदेश प्रमुख प्रीति भटनागर ने बताया कि काफी दिन से सूचना मिल रही थी कि आईस रॉक ब्रांड का बोतल बंद पेयजल फर्जी आईएसआई मार्का सील लगाकर बेचा जा रहा है। इस पर मेसर्स आईस रॉक फूड एंड बेवरेज भोपाल पर छापा गया। इस दौरान बड़ी मात्रा में पानी के पाउच, जार और बोतलें मिली हैं।
ब्यूरो प्रमुख ने बताया कि प्रदेश में इस तरह की मुहिम शुरू की गई है, जिसमें ऐसे लोगों को चिन्हित किया गया है जो आईएसआई मार्का का दुरुपयोग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि फर्म संचालक के खिलाफ अदालत में मामला पेश किया जाएगा। खाद्य अपमिश्रण निवारण नियम 1955 के तहत पैकेज बंद पेयजल का उत्पाद बिना आईएसआई लाइसेंस के नहीं किया जा सकता। दोषी पाए जाने पर 50 हजार रुपए का जुर्माना और एक साल कैद की सजा हो सकती है।
यह करना होता है फैक्ट्री संचालक को
मानक ब्यूरो प्रमुख ने विशेष चर्चा में बताया कि लाइसेंस फीस तो महज एक लाख ढाई हजार रुपए वार्षिक है, लेकिन शिकायतें मिल रही हैं कि पानी के कारोबारी गुणवत्ता की जांच कराने से भी बचते हैं। जबकि मानदंड हैं कि फैक्ट्री में टेस्टिंग इंजीनियर रखना होगा और लेब भी बनानी होगी। वही, हर दिन की टेस्टिंग रिपोर्ट के अलावा प्रतिमाह, छह महीने और एक साल की जांच रिपोर्ट मानक ब्यूरो में जमा करानी रहती है। दो साल में रेडियो एक्टिव रेसीड्यूस टेस्ट कराना भी जरूरी है।
इंदौर में भी कार्रवाई
मानक ब्यूरो ने इंदौर की मेसर्स रूप एजेंसी पर भी छापे की कार्रवाई कर इमरशन वॉटर हीटर एवं पीवीसी इंसुलेटेड वायर एंड केबल्स की जब्ती बनाई है। ब्यूरो प्रमुख ने कहा कि इस प्रकरण में भी दुकानदार के पास आईएसआई लाइसेंस नहीं था। फर्जी तौर पर वह मानक ब्यूरो का मार्का लगाकर यह सामान बेच रहा था।
संदेह पर वेबसाइट देख लें
उन्होंने बताया कि ग्राहकों से ब्यूरो की ओर से अपील भी की है कि कोई सामान खरीदने के पहले आईएसआई मार्का जरूर देख लें। संदेह होने पर विभाग की वेबसाइट www.bis.org.in पर जांच कर लें। ब्यूरो के भोपाल स्थित कार्यालय में भी ग्राहकों से शिकायतें बुलाई गई हैं।