भोपाल। मध्यप्रदेश के भोपाल. शहर के शाहपुरा इलाके के लक्ष्मण नगर में ममता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। करीब एक घंटे पहले जन्मे एक नवजात को कोई कचरे के ढेर में फेंक गया। नवजात के चेहरे और शरीर पर चींटियों के काटने से बच्चा रोने लगा।
रोने की आवाज सुनकर आसपास के कुछ लोग दौडे और बच्चे को उठाया। इसके बाद जिगित्जा हेल्थ केयर के कॉल सेंटर पर फोन किया गया। वहां से एमपी नगर लोकेशन की एंबुलेंस मौके पर पहुंची। इस दौरान कुछ लोगों ने डायल-100 को भी कॉल कर दिया। सूचना मिलने पर एंबुलेंस और डायल-100 की टीमें भी वहां पर पहुंच गई। 108 के ईएमटी जितेंद्र भदौरिया ने देखा कि नवजात के चेहरे पर चींटियां चल रही हैं। उन्होंने उसे उठाया और नाल को काटा। शरीर में लगे खून को साफ किया गया।
भदौरिया ने बताया कि जेपी अस्पताल ले जाते समय नवजात की सांस उखडने लगी थी। तत्काल उसको ऑक्सीजन मास्क लगा दिया गया। नवजात चूंकि बहुत देर तक कचरे के ढेर में पडा था, इसके कारण उसे संक्रमण हो गया है। संक्रमण उसके फेफडों तक पहुंच जाने से उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। ऑक्सीजन मास्क की मदद से तत्काल उसे जेपी अस्पताल पहुंचाया गया। फिलहाल एसएनसीयू में उसका इलाज चल रहा है। अस्पताल अधीक्षक डॉ. आईके चुघ ने बताया कि बच्चे की निगरानी की जा रही है। उसे संक्रमण से बचाने के लिए जरूरी दवाएं दी जा रही हैं।
इधर शाहपुरा पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ पैदाइश छुपाने की धारा में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि बच्चे को फेंकने वाली महिला की पहचान के लिए आसपास के अस्पतालों में उस दौरान बच्चे को जन्म देेने वाली महिलाओं की जानकारी जुटाई जा रही है। राजधानी से सटे इलाकोें से भी संपर्क किया जा रहा है। जिगित्जा हेल्थ केयर के प्रोजेक्ट हैड जितेंद्र शर्मा ने बताया कि नवजात की सूचना देने वाले व्यक्ति का कंपनी सम्मान करेगी।