श्योपुर ! श्योपुर पॉलीटेक्निक कॉलेज के प्राचार्य डीपी गुप्ता को लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते हुए रंगे-हाथों गिरफ्तार किया है। गुप्ता ने अतिथि शिक्षक उपेन्द्र कुमार राजपूत से वेतन आहरण के लिए दस हजार रुपए रिश्वत मांगी थी।
रिश्वतखोर प्राचार्य को गिरफ्तार करने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। वहीं प्राचार्य को जमानत पर रिहा कर दिया गया है। ग्वालियर लोकायुक्त को पॉलीटेक्निक कॉलेज के अतिथि शिक्षक उपेन्द्र कुमार राजपूत ने गत 4 सितंबर को प्राचार्य गुप्ता के खिलाफ रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की थी। शिकायत में अतिथि शिक्षक ने बताया था कि प्राचार्य द्वारा वेतन आहरित करने के लिए उससे दस हजार रुपए रिश्वत मांगी जा रही है। शिकायत के बाद पुलिस ने अपने स्तर पर जांच-पड़ताल की। शिकायत पुख्ता साबित होने के बाद लोकायुक्त पुलिस सोमवार को श्योपुर के आनंद नगर स्थित पॉलीटेक्निक कॉलेज पहुंची। पुलिस ने पाउडर लगे दस हजार रुपए के नोटों के साथ अतिथि शिक्षक को प्राचार्य के पास भो दिया। अतिथि शिक्षक के हाथों से रिश्वत लेते ही प्राचार्य के हाथ पाउडर के कलर से सन गए और लोकायुक्त पुलिस ने तुरंत प्राचार्य को गिरफ्तार कर लिया। पहले तो प्राचार्य ने इसे साजिश बताते हुए काफी नौटंकी, लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद उसने रिश्वत मांगने की बात स्वीकार कर ली। इधर, अतिथि शिक्षक उपेन्द्र कुमार राजपूत ने बताया कि उसका पॉलीटेक्निक कॉलेज में पांच माह का वेतन रुका है। जनवरी से मई तक का वेतन अभी तक प्राचार्य के द्वारा जारी नहीं किया गया है। वेतन जारी करने के लिए प्राचार्य उससे कई बार दस हजार रुपए रिश्वत मांग चुके थे।