नई दिल्ली। मन की बात में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं सभी देशवासियों से क्षमा मांगना चाहता हूं क्योंकि कुछ ऐसे निर्णय लेने पड़े हैं जिसकी वजह से आपको कई तरह की कठिनाइयां उठानी पड़ रही हैं, खास करके मेरे गरीब भाई-बहनों को देखता हूं तो जरुर लगता है, उनको लगता होगा कि ऐसा कैसा प्रधानमंत्री है, हमें इस मुसीबत में डाल दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई, जीवन और मृत्यु के बीच की लड़ाई है और इस लड़ाई में हमें जीतना है और इसलिए ये कठोर कदम उठाने बहुत आवश्यक थे। किसी का मन नहीं करता है ऐसे कदमों के लिए लेकिन दुनिया के हालात देखने के बाद लगता है कि यही एक रास्ता बचा है।
मुझे कुछ ऐसी घटनाओं का पता चला है जिसमें कोरोना वायरस के संदिग्ध या फिर जिन्हें होम क्वारंटाइन में रहने को कहा गया है, उनके साथ कुछ लोग बुरा बर्ताव कर रहे हैं। ऐसी बातें सुनकर मुझे अत्यंत पीड़ा हुई है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। हमें ये समझना होगा कि मौजूदा हालात में अभी एक दूसरे से सिर्फ सोशल डिस्टेंस बना कर रखना है, न कि इमोशनल या ह्यूमन डिस्टेंस।
देश में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 979 हो गई है (इसमें 86 ठीक हो चुके मामले और 25 मौतें भी शामिल हैं) हम अपने सभी ग्राहकों को ये आश्वस्त करते हैं कि वर्तमान में रसोई गैस की कोई कमी नहीं है, घरेलू सिलेंडरों की आपूर्ति सामान्य तरीके से की जा रही है