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ग्वालियर । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सहरिया जनजाति की संस्कृति, कला, संगीत, परम्परा एवं बोली को संरक्षण एवं बढ़ावा देने हेतु प्रदेश में साढ़े सात करोड़ की लागत का मां सबरी का भव्य एवं आकर्षक मंदिर बनाया जाएगा। जिसमें सबरी मैया की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। इसके लिए समाज के लोग निर्णय लेकर भूमि का चयन करें। जो राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उक्त उदगार शिवपुरी जिले के कोलारस तहसील की ग्राम सेसई में आयोजित सहरिया सम्मेलन में व्यक्त किए। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सेसई में 27 करोड़ 48 लाख की लागत से निर्मित होने वाले कन्या शिक्षा परिसर का भी भूमिपूजन कर 12 करोड़ 75 लाख की राशि से 24 हजार 600 से अधिक हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं के तहत लाभांवित किया। जिसमें सहरिया जनजाति के 10 हजार 156 हितग्राहियों को भू-अधिकार प्रमाण-पत्र प्रदाय किए गए। सम्मेलन में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री एवं जिले के प्रभारी रूस्तम सिंह, लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह, राज्यसभा सांसद प्रभात झा, सहरिया प्राधिकरण के मुकेश मल्होत्रा, सीताराम आदिवासी सहित संभागायुक्त बी.एम. शर्मा, आई.जी. अनिल कुमार, कलेक्टर तरूण राठी, पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्डे, पूर्व विधायकगण देवेन्द्र जैन, वीरेन्द्र रघुवंशी, भाजपा जिला अध्यक्ष सुशील रघुवंशी सहित जनप्रतिनिधि, सहरिया जनजाति के बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

सहरिया जनजाति के विकास की जवाबदारी सरकार ने ली है
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सहरिया जनजाति के लोग सीधे, सरल, मेहनती और ईमानदार होते है, जो भगवान राम एवं मां सबरी को मानने वाले होते है। सहरिया जनजाति को अन्य समाज के समान बराबरी में लाना है, इसके लिए उनके विकास एवं उत्थान की जवाबदारी राज्य सरकार ने ली है और इस दिशा में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्वालियर एवं चंबल संभाग में आवासहीन सहरिया परिवारों को पट्टे देने हेतु विशेष अभियान संचालित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि खेती के 32 हजार 594 प्राप्त दावों में से 11 हजार 900 को पट्टे प्रदाय किए गए है, जबकि शेष पट्टो पर परीक्षण की कार्यवाही की जाएगी। इसके साथ ही जमीनों का समतलीकरण किया जाएगा। कुंआ खोदने के साथ-साथ डीजल पम्प निःशुल्क मिलेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे सहरिया किसान भाई जिनके पास खेती है, लेकिन सिंचाई का साधन नहीं है। उन्हें सिंचाई हेतु कुंआ खोदने के साथ-साथ डीजल पम्प भी निःशुल्क उपलब्ध कराए जाएगें। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि सभी सहरिया परिवारों को एक रूपए किलो की दर से गेहूं, चावल एवं नमक प्रदाय किया जाएगा। पुनः सर्वे कर गरीबी रेखा के नीचे के बीपीएल के कार्ड भी बनाए जाएगें। ऐसे सहरिया परिवार जिनका आधार नम्बर राशनकार्ड से लिंक नहीं हुआ है, उन परिवारों को भी राशन दिया जाएगा।

चलित अस्पतालों के माध्यम से होगा रोगों का उपचार
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सहरिया जनजाति में क्षय रोग एवं कुपोषण को दूर करने हेतु क्षेत्र को विशेष पैकेज दिया जाएगा। जिसके तहत राशि उपलब्ध कराई जाएगी। सहरिया बाहुल्य गांव में स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किए जाएगे। जांच के दौरान गंभीर बीमारी के मरीज पाए जाने पर उनका उपचार राज्य सरकार ग्वालियर, भोपाल एवं दिल्ली के चिकित्सालयों में कराएगी। सहरिया जनजाति बाहुल्य क्षेत्रों में चलित चिकित्सालयों के माध्यम से स्थानीय स्तर पर ग्रामीणों को उपचार की सुविधा प्रदाय की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सहरिया जनजाति के बच्चों को पढ़ने लिखने हेतु पाठ्य पुस्तके, गणवेश, छात्रवृत्ति, जूते, साइकिल वितरण के साथ छात्रावास एवं आश्रमों की भी सुविधाए दी जा रही है। जनजाति के छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु कोचिंग की भी व्यवस्था की गई है, उच्च शिक्षा की पढ़ाई एवं फीस भरने की जवाबदारी भी राज्य सरकार ने ली है।

मुख्यमंत्री ने दी सौगातें
1. अनुसूचित जनजाति के बच्चों की उच्च शिक्षा हेतु ग्वालियर एवं इंदौर में 17 करोड़
20 लाख की लागत से विशाल एवं भव्य अध्ययन केन्द्र बनेगा।
2. शिवपुरी एवं कराहल (श्योपुर) में सहरिया जनजाति के बच्चों के लिए कम्प्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र शुरू होगा।
3. सहरिया जनजाति के कक्षा 12वीं उत्तीर्ण युवाओं को पुलिस भर्ती में लिखित परीक्षा में छूट मिलेगी।
4. आदिवासी की जमीन को गैर आदिवासी नहीं खरीद सकेगा।
5. सहरिया जनजाति के ऐसे भाई-बहन जो कच्चे मकानों में रह रहे हे, उन्हें मार्च 2018 तक 22 हजार पक्के मकान बनाए जाने हेतु सहायता दी जाएगी।
6. 286 सहरिया भाषा के भाषाई शिक्षकों की पुनः नियुक्ति की जाएगी।
7. कक्षा 12वीं उत्तीर्ण सहरिया जनजाति की छात्राओं को एएनएम का निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदाय किया जाएगा।
8. आदिवासी टोले-मजरे एवं गांव में 2018 के अंत में बिजली की लाईन बिछाकर निःशुल्क विद्युत कनेक्शन दिए जाएगें।
9. दस हजार सहरिया बच्चों को आईटीआई का प्रशिक्षण प्रदाय कर उन्हें कौशल प्रदाय किया जाएगा। जिससे सरकारी नौकरी के अलावा निजी क्षेत्र में भी रोजगार प्राप्त कर सके।
10. सहरिया बस्ती (सेहरानों मोहल्ला) में हेण्डपम्प एवं ट्यूबवेल लगाए जाएगें।
11. वनाधिकार के पट्टेधारी आदिवासियों को खाद्य एवं बीज की भी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी और भावांतर भुगतान योजना का भी लाभ दिया जाएगा।
12. सहरिया बाहुल्य क्षेत्रों में गरीब सहरिया परिवारों को फलों, सब्जियों एवं दूध के लिए एक हजार रूपए की सहायता राशि महिलाओं के खाते में जमा कराई जाएगी।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का सहरिया जनजाति समाज ने धनुष-वाण भेंट कर सम्मान किया। इस दौरान एनआरएलएम के सहरिया जनजाति की महिला स्वसहायता समूहों द्वारा निर्मित सामग्री के रूप में बड्डी (जैकेट) भेंट की। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कन्या पूजन भी किया। कार्यक्रम के शुरू में मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर मां सरस्वती, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और क्रांतिकारी विरसा मुड्डा के चित्र पर माल्यापर्ण किया। कार्यक्रम के शुरू में मुकेश मल्होत्रा द्वारा स्वागत भाषण देते हुए सहरिया जनजाति की ओर से 25 बिन्दुओं का मांग पत्र प्रस्तुत किया गया।

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