ग्वालियर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार गरीबो के सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान के लिए संकल्पित है। उन्होंने कहा कि म.प्र. की धरती पर जन्म लेने वाले हर गरीब व्यक्ति के आवास के लिए भूमि का टुकडा उपलब्ध रहे, इसके लिए आगामी विधानसभा सत्र में कानून बनाकर आवास भूमि उपलब्ध कराई जाएगी। इस सुविधा से हर गरीब को मालिकाना हक प्राप्त होगा। मुख्यमंत्री शनिवार को भिण्ड जिले के फूप नगर में आयोजित अंत्योदय मेला एवं सेतु शिलान्यास समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में राजस्व मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री उमाशंकर गुप्ता, लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह, नर्मदा घाटी विकास राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार लालसिंह आर्य, क्षेत्रीय सांसद डॉ भागीरथ प्रसाद, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक डॉ अरविन्द सिंह भदौरिया, विधायक भिण्ड श्री नरेन्द्र सिंह कुशवाह उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत आवास उपलब्ध कराने की सुविधा प्रदान की जा रही है। इस सुविधा के अन्तर्गत 1.20 लाख रूपए सीधे हितग्राही को मुहैया कराए जा रहे है । उन्होंने कहा कि ऐसी ग्राम पंचायत जिनके क्षेत्र के परिवारों के यहां शौचालय नहीं है। उन्हें 12 हजार रूपए की राशि प्रोत्साहन स्वरूप उपलब्ध कराई जा रही है। श्री चौहान ने कहा कि महिलाओं को गैस चूल्हा उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना शुरू की गई है। जिसका लाभ महिलाओं को दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के लिए गणवेश साइकिल की सुविधाऐं प्रदान की जा रही है। साथ ही 85 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों को लेपटॉप प्रदान करने की सुविधा प्रदान की है। इसी दिशा में महाविद्यालय स्तर के छात्रों को स्मॉट फोन प्रदान किए जा रहे है। इस फोन से छात्र बैंक संबंधी कैशलेस व्यवस्था का लाभ उठा सकेंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कलेक्टर भिण्ड डॉ इलैया राजा टी के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि उनके द्वारा भिण्ड में नकल रोकने के समुचित प्रबंध किए थे। साथ ही भिण्ड जिले की विकास की गति आगे बढ रही है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगो को कई प्रकार की सुविधाऐं प्रदान की जा रही है। जिनका लाभ उन्हें सीधा प्राप्त हो रहा है। उन्हेांने कहा कि स्वैच्छानुदान की राशि एक लाख से दो लाख कर दी गई है। जिससे आम आदमी के कल्याण में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने मौके पर जिले में 24 नई ग्रामीण सडको के निर्माण कराने की घोषणा करते हुए उनका शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने नगर परिषद फूप में मुख्यमंत्री अधो संरचना मद से 8 करोड रूपए की लागत से नलजल योजना बनाने की घोषणा करते हुए कहा कि इस योजना के बनने से यहां के नागरिको को घर में ही स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मौके पर फूप शहर में 600 करोड रूपए की लागत से 200 मकान बनाने की भी घोषणा की। साथ ही उन्होंने 30 विस्तर के अस्पताल की सुविधा मुहैया कराने के लिए आश्वासन दिया।
केन्द्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि केन्द्र और म.प्र. सरकार आम लोगों की भलाई की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि जिले की अटेर विधानसभा क्षेत्र में चंबल नदी पर पुल निर्माण होने से क्षेत्र के नागरिको को उत्तरप्रदेश के आगरा जाने में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि अटेर चंबल नदी के पुल के लिए मुख्यमंत्री चौहान द्वारा निरंतर प्रयास किए गए है। साथ ही अटेर क्षेत्र के विकास को विकास की दिशा में कई सौगाते दी गई है। जिनके अंतर्गत भिण्ड से इटावा
रेल लाईन शुरू कराई गई है। साथ ही भिण्ड जिले के युवाओं को सैनिक स्कूल में पढने के लिए सैनिक स्कूल मंजूर कराया गया है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा स्वच्छता की दिशा में अनुकरणीय अलख जगाई गई है। जिसके अन्तर्गत हर परिवार के यहां शौचालय बनाने के लिए हितग्राही के खाते में सीधी राशि पहुंचाई जा रही है।
केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि शौचालय की सुविधा से माता बहिनों को गांव के बाहर शौच जाने में आने वाली परेशानियां दूर होगी। उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार के माध्यम से वर्ष 2022 तक हर गरीब को मकान देने की सुविधा दी जावेगी। यह मकान सर्वसुविधा युक्त उपलब्ध कराए जावेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी द्वारा विगत 11 वर्षो से चंबल घाटी के क्षेत्र में विकास की दिशा में अनेक कार्य कराए है। जिसके तहत भिण्ड जिले में सडको का जाल बिछ गए है।
क्षेत्रीय सांसद डॉ भागीरथ प्रसाद ने समारोह में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार भिण्ड जिले के विकास की तस्वीर बदलने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। जिसके अन्तर्गत 1600 करोड रूपये की लागत से भिण्ड-कोच रेल लाईन को मंजूरी दिलाने के प्रयास किए गए है। उन्होंने कहा कि भिण्ड वीरो की भूमि होने के कारण यहां के नौजवान सरहद की सीमा पर देश की रक्षा कर रहे है। इस दिशा में युवाओं को सैनिक स्कूल में पढने के लिए सैनिक स्कूल की मंजूरी दिलाई गई है। जिसमें पढकर वे आर्मी में उच्च पदो पर आसीन होकर देश की शांति व्यवस्था में अपनी महति भूमिका अदा करेगें।
सांसद डॉ भागीरथ प्रसाद ने कहा कि अटेर चंबल पुल बनाने के लिए 66.50 करोड रूपये की मंजूरी केन्द्र और राज्य सरकार के प्रयासों से प्रदान की गई है। इस पुल के बनने से क्षेत्र के नागरिक कम समय में आगरा, मथुरा, दिल्ली पहुंच सकेंगे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में 50 करोड की लागत से अन्डरब्रिज बनाने के प्रयास जारी है। साथ ही 33 करोड की लागत से बिद्युत सब स्टेशन की सुविधा सुरपुरा क्षेत्र को दी गई है। उन्होंने कहा कि बीहड में फूलो की खेती की दिशा में प्रयास जारी है। इन प्रयासों के अन्तर्गत विदेशी बैज्ञानिको का दल सर्वे कर चुका है। क्षेत्र के किसान फूलो की खेती कर विकास की ओर अग्रसर हो। इस कारण से भिण्ड, अटेर एवं फूप क्षेत्र विकास की देश में समृद्व इलाका बनेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि ऋण पर व्याज की दर 18 फीसदी से कम करते हुए शून्य प्रतिशत कर दी गई है। लेकिन अब खाद, बीज के लिए किसान एक लाख रूपए का ऋण लेते है, तो उन्हें एक साल में 90 हजार रूपए ही वापिस लौटाना होंगे। शेष राशि सरकार भरेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि टेलेंट बच्चा किसी भी धर्म जाति का हो। उसे मेडीकल, इंजीनियरिंग, आईटीआई, आईआईएम कॉलेज में फीस की बजह से एडमीशन लेने से नहीं रोका जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे बच्चों की फीस उनका मामा (मुख्यमंत्री) भरेगा। उन्होंने भिण्ड जिले के विद्यार्थियों को खूब पढने टेलेंट बच्चों को निःशुल्क कोचिंग व्यवस्था करने तथा विद्यार्थियों को उद्योगपति बनाने पर जोर देते हुए कहा कि वे उद्योग लगाए, सरकार उन्हें पूरी मदद करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा यहां के बीहडो को समतलीकरण करने उद्योग लगाने की भी पहल की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटियों को बेटो से कम नहीं समझा जाए, इसलिए उन्हें आगे बढने के लिए नगरीय निकायों और शिक्षा विभाग में 50 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की है। पुलिस विभाग में भर्ती पर 33 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा।