भोपाल. दो कंस्ट्रक्शन कंपनियों से करीब 26 करोड़ रुपए का कमीशन लेने वाले पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के करीबी मुकेश शर्मा व अन्य के खिलाफ सोमवार को ई टेंडर घोटाले की जांच कर रही ईओडब्ल्यू ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की है।
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद मिश्रा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मुकेश ने दो कंपनियों को जल संसाधन विभाग के टेंडर भी दिलाए थे। वहीं, पुलिस रिमांड पर चल रहे मिश्रा के पूर्व निज सचिव वीरेंद्र पांडे और निर्मल अवस्थी से पूछताछ जारी रही। साथ ही मुकेश शर्मा को पूछताछ के बाद चौथे दिन छोड़ दिया गया।
ईओडब्ल्यू के मुताबिक मुकेश शर्मा के घर 2008 में पढ़े इनकम टैक्स के छापे के दौरान सामने आया था कि उसके द्वारा नागार्जुन और सिंप्लेक्स कंस्ट्रक्शन कंपनियों को काम दिलाया था, जिसके बदले उसे करीब 26 करोड़ रुपए कमीशन मिला था। मुकेश ने भोपाल में दो स्थानों पर जमीन खरीदी थी। रतनपुर में खरीदी गई नौ एकड़ जमीन पर मुकेश के अलावा डबरा और भितरवार के एक दर्जन पार्टनर हैं। इसी तरह दूसरे स्थान पर खरीदी गई जमीन में लोगों को पार्टनर बनाया गया था।
इस आपराधिक मामले में अब तक कोई मामला दर्ज नहीं हुआ था। जांच के दौरान सबूत मिलने पर ईओडब्ल्यू ने सोमवार को मुकेश शर्मा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है, जल्द ही इस मामले में जांच पूरी करके एफआईआर दर्ज की जाएगी। वहीं, वीरेंद्र और निर्मल के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया जा रहा है।