ढाका ! भारतीय राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में 1971 के दौरान बांग्लादेश का सहयोग करने के लिए उन्हें ‘बांग्लादेश का सच्चा मित्र’ घोषित करते हुए बांग्लादेश मुक्ति संग्राम सम्मान से नवाजा गया।
वहीं दूसरी ओर इन दिनों बांग्लादेश में इस मुक्ति संग्राम में मारे गए लोगों को न्याय दिलाने के लिए भारी संख्या में युवा विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं।
बांग्लादेश के शाहबाग चौराहे पर एकत्रित होने वाले युवा प्रदर्शनकारियों की मांग है कि 1971 के मुक्ति संग्राम में पाकिस्तान का समर्थन करने वाले इस्लामिक नेताओं तथा सेना के जवानों और उस दौरान लाखों लोगों के नरसंहार तथा दुष्कर्म में संलिप्त लोगों को मौत की सजा दी जाए।
मुखर्जी को दिए गए सम्मान समारोह में कहा गया कि मुखर्जी को यह सम्मान राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर स्वतंत्र बांग्लादेश की खुलकर हिमायत करने के लिए बांग्लादेश की तरफ से ‘मुक्ति संग्राम में मुखर्जी द्वारा दिए गए अद्वितीय योगदान’ के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए दिया जा रहा है।