ग्रेनो वेस्ट स्थित गौड़ सिटी-2 के गैलेक्सी नॉर्थ ऐवेन्यू में रहने वाले सेल्स मैनेजर रूपेंद्र कुमार चंदेल की हत्या का आरोप उनकी पत्नी पर लगा है। पुलिस का दावा है कि तलाक नहीं देने पर पत्नी ने अपने प्रेमी को 3 लाख रुपये की सुपारी देकर हत्या कराई थी। हत्यारोपित प्रेमी की करीब एक माह पहले ही रूपेंद्र की मौसेरी बहन के साथ शादी हुई थी। जांच में सामने आया है कि प्रेमी के चक्कर में पत्नी तलाक चाह रही थी, लेकिन पति इसके लिए तैयार नहीं था। लिहाजा उसने हत्या करा दी। पुलिस ने इस मामले में प्रेमी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पत्नी जूलरी लेकर फरार है।
एसएसपी वैभव कृष्ण ने बुधवार को बताया कि बिसरख कोतवाली प्रभारी मनोज पाठक की टीम ने हत्या के आरोप में बुधवार को तिगरी गोल चक्कर से रूपेंद्र की पत्नी के प्रेमी ओमवीर, उसके साथी सुमित कुमार निवासी बिसरख और भूले निवासी बुलंदशहर को गिरफ्तार कर लिया। उनके के कब्जे से हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्टल बरामद की गई है। ओमवीर हत्या का मुख्य आरोपित है। रूपेंद्र चंदेल ने करीब एक माह पहले ही अपनी मौसेरी बहन की शादी ओमवीर के साथ कराई थी। मूलरूप से मोहारी फतेहपुर का रहने वाला ओमवीर इस समय गैलेक्सी नॉर्थ एवेन्यू में ही रह रहा था। मूलरूप से महोबा के रहने वाले रूपेंद्र चंदेल नोएडा स्थित एक कंपनी में सेल्स मैनेजर थे। वह पत्नी के साथ गौड़ सिटी-2 गैलेक्सी नार्थ ऐवेन्यू सोसायटी में रहते थे। उनके एक चार साल का बेटा भी है।

ओमवीर इंटीरियर डिजायनर है। उसने सोयायटी में 20 से अधिक फ्लैटों का इंटीरियर डिजाइन किया है। इसी दौरान उसके रूपेंद्र की पत्नी अमृता से संबंध बन गए थे। अपनी शादी के बाद भी वह अमृता के संपर्क में था। इसका पता चलने पर रूपेंद्र विरोध करता था। पत्नी से अक्सर विवाद भी होता था। उनकी पत्नी उनसे तलाक चाहती थी। तलाक न देने पर पत्नी ने अपने प्रेमी व उसके साथियों संग मिलकर पति की हत्या की साजिश रच दी। हत्या करने के लिए प्रेमी को जूलरी बेचकर 3 लाख रुपये भी दिए। वहीं, घटना के बाद पति के पास जो जूलरी थी, उसे लेकर पत्नी गायब है। उनका बच्चा अपने दादा-दादी के पास है।

पति की हत्या की सूचना के बाद पत्नी मौके पर पहुंची थी, लेकिन बिना तहरीर दिए वापस लौट गई थी। पुलिस ने पड़ोसियों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया था। मामले की जांच में जुटी पुलिस को पहले दिन से ही पत्नी शक हो गया था, लेकिन पुलिस ने मोबाइल कॉल रिकॉर्ड व पूछताछ के आधार पर शक यकीन में बदला।

ओमवीर का साथी सुमित गौड़ सिटी सोसायटी में सुरक्षागार्ड है। वह कम्प्यूटर ऑपरेटर का भी काम सोसायटी में करता है। उसने घटना वाले दिन का सीसीटीवी फुटेज डिलीट करने का प्रयास किया था, लेकिन कर नहीं पाया। सेल्स मैनेजर की हत्या करने के बाद वह सोसायटी में आकर ड्यूटी करने लगा था। वह मेंटिनेंस विभाग के सुपरवाइजर के साथ मिलकर मैनेजर का शव ढूंढने में का भी नाटक कर रहा था। उसी ने लोगों को शव तक पहुंचाया। तभी वह शक के घेरे में आ गया था।

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