भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में प्यारे मियां यौन शोषण मामले में एक नाबालिग की रहस्यमय मौत के बाद कई लड़कियों की लगातार हालत खराब हो रही है। सीएम शिवराज ने पूरे मामले की जांच एसआईटी ने कराने के आदेश दे दिए हैं। एसआईटी की टीम ने अबतक लड़कियों के बयान नहीं लिए हैं।
एसआईटी रविवार को बालिका गृह पहुंची। टीम को देखकर लड़कियों को चक्कर आने लगे। उन्हें उल्टी होने लगी। एक लड़की के पेट में अचानक दर्द शुरू हो गया। हालत बिगड़ती देख दो लड़कियों को जेपी अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया। दोनों की सेहत फिलहाल स्थिर है। दोनों बच्चियों को फीमेल वार्ड में शिफ्ट करने की तैयारी है। वहीं एक अन्य नाबालिग को हमीदिया अस्पताल में भर्ती किया गया।
बता दें कि इन चार नाबालिग लड़कियों में से शनिवार को एक नाबालिग की तबियत खराब हुई थी। उसे जेपी अस्पताल में एडमिट कराया था। उसकी जांच होने पर के बाद उसे जेपी अस्पताल से बालिका गृह भेज दिया गया था। सूत्रों के अनुसार हालत में सुधार नहीं हुआ तो तीनों काे इलाज के लिए AIIMS भेजा जाएगा। इस संबंध में जिला प्रशासन ने इनके लिए काउंसलर नियुक्त करने के आदेश दिए हैं।
बेटी की हालत खराब होने की जानकारी मिलते ही परिजन देर रात हमीदिया अस्पताल पहुंच गए। मां ने कहा कि उनकी बेटी से न उन्हें मिलने नहीं दिया जा रहा। उन्होंने आरोप लगाया- ‘यह कैसी जगह मेरी बेटी को रखा है। जहां उसकी तबियत खराब हो रही है’। उन्होंने बताया कि ये कैसा कानून है कि बेटी की तबियत खराब होने पर उसके परिवार को नहीं बताया जा रहा। चुपके से एडमिट करा देते हैं। मुझे बहुत डर लग रहा है। मेरी बेटी को क्या हुआ है, कोई नहीं बता रहा।