शिवपुरी। किरार (धाकड़) जाति बाहुल्य पोहरी विधानसभा सीट को लेकर भाजपा ने इस सीट पर इसी जाति के विधायक रहे सुरेश धाकड़ (राठखेड़ा) को राज्यमंत्री बनाकर समीकरण को अपनी ओर मोड़ने का प्रयास जरूर किया है लेकिन अब पार्टी को डर सता रहा है कि कहीं दूसरी जाति जैसे ब्राह्मण व अन्य जाति के लोग पार्टी से दूरी न बना लें। इस सीट पर ब्राह्मण वोटर भी बड़ी संख्या में हैं इनकी नाराजगी भाजपा के लिए भारी पड़ सकती है इसलिए आनन-फानन में यहां पर ब्राह्मणों से संपर्क बढ़ाने के लिए प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को रविवार को यहां पर भेजा गया। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अपने दौरे के दौरान पोहरी व बैराड़ में ब्राह्मण नेताओं के साथ बैठकें कीं और उनसे मुलाकात की। ब्राह्मण के इस दौरे को ब्राह्मण की नाराजगी दूर करने से जोड़ा जा रहा है।

पोहरी विधानसभा सीट का मिजाज देखा जा, तो यहां पर धाकड़ और ब्राह्मण जाति के ही प्रत्याशी भाजपा और कांगे्रस से उम्मीदवार बनते रहे हैं। वर्ष 2018 में जरूर कांगे्रस ने यहां पर एक प्रयोग कर धाकड़ जाति के सुरेश धाकड़ को मैदान में उतारा। वहीं भाजपा से इसी जाति के दो बार से विधायक प्रहलाद भारती मैदान में थे। दो धाकड़ जाति के प्रत्याशी मैदान में होने के बाद कांगे्रस को इसका फायदा हुआ और बसपा के कैलाश कुशवाह ने यहां पर भाजपा के वोट बैंक में सेंध लगा दी जिसका फायदा कांगे्रस को हुआ। इस सीट पर धाकड़ वोटरों की संख्या 40 हजार के आसपास है वहीं ब्राह्मण वोटर भी 20 हजार के आसपास। ऐसे में ब्राह्मण वोटरों ने भाजपा से दूरी बना ली और दूसरी जातियां जैसे यादव, पाल, कुशवाह, रावत, जाटव वोटरों ने कांग्रेस का साध दे दिया तो भाजपा के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है।

धाकड़ जाति के सुरेश राठखेड़ा को राज्यमंत्री बनाए जाने के बाद अब कांगे्रस ने यहां पर अपनी रणनीति बनाना शुरू कर दी है। सूत्र बताते हैं कि कांगे्रस धाकड़ के विरोध में रहने वाली ब्राह्मण वोटर व अन्य जातियों को अपनी ओर मोड़ने की कोशिश में रहेगी। जिससे चुनाव में इसका फायदा उठा सके। वैसे कांग्रेस यहां पर किसी ब्राह्मण प्रत्याशी को मैदान में उतारेगी क्यों अब धाकड़ जाति के वोटर, एकजुटता दिखाई तो दूसरी जाति की नाराजगी को फायदा कांग्रेस को मिल सकता है।

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