ग्वालियर। शहर की एक पहाड़ी पर युवक की क्षत विक्षत लाश पुलिस को मिली। इस लाश के कई टुकड़े पहाड़ी पर फैले हुए थे। पुलिस जांच करने पहुंची और फिर एक बच्चे से लाश के टुकड़े एकत्र करवाए और उसे पॉलिथिन में रखवाया। इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया। एक बच्चे से यह काम नियमों के विपरीत कराने पर लोगों ने विरोध भी जताया है। वहीं पुलिस अफसर इस पर मौन साधकर बैठ गए हैं।
जानकारी के मुताबिक रविवार की शाम को यूनिवर्सिटी थाने के पास एक पहाड़ी पर युवक की क्षत-विक्षत लाश पुलिस को मिली थी। सूचना मिलते ही पुलिस जांच करने पहुंची। युवक की लाश के कई हिस्से पहाड़ी पर फैले हुए थे। करीब एक हफ्ते पुरानी इस लाश को जानवर ने खा लिया था और उसके कारण टुकड़े आसपास फैल गए। पुलिस ने एक-दो लोगों से बॉडी के टुकड़े समेटने को कहा, लेकिन कोई तैयार नहीं हुआ। इसके बाद एक 12 साल के बच्चे को वहां लाया गया। पुलिस सब इंस्पेक्टर ने बच्चे से लाश के टुकड़े एकत्र करवाए और फिर उसे एक बैग में रखवाया। इसके बाद लाश को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया। पुलिस के मुताबिक यह लाश बबलू खान नाम के युवक की हो सकती है, जो एक जनवरी से गायब है। हालांकि अभी उसकी शिनाख्त की जा रही है।
उधर कुछ लोगों ने एक बच्चे से लाश के टुकड़े उठाने का विरोध किया है। लोगों का कहना है कि पुलिस का यह काम नियमों को विपरीत है। इस मामले में यूनिवर्सिटी थाना प्रभारी राजकुमार शर्मा ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। बताया जाता है कि बाल संरक्षण कानून के तहत यह काम किसी बच्चे से नहीं कराया जा सकता। ऐसा काम करने से उसके ऊपर मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ सकता है।