श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में दो आतंकियों के मारे जाने के बाद पत्थरबाज सड़कों पर उतर आए हैं। मारे गए दोनों आतंकियों की पहचान होना बाकी है। बताया जा रहा है कि इनमें पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड कामरान भी शामिल है। इससे पहले मुठभेड़ में सेना के एक मेजर समेत चार जवान शहीद हो गए। एक आम नागरिक के भी मारे जाने की खबर है।
सेना और सुरक्षाबलों को जम्मू-कश्मीर में पुलवामा से करीब 10 किलोमीटर दूर पिंग्लेना में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद सोमवार तड़के सर्च ऑपरेशन चलाया गया।शहीद हुए चारों जवान 55 राष्ट्रीय राइफल्स के थे। इनमें मेजर वीएस धौंदियाल, हवलदार शिवराम, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरि सिंह शामिल हैं।
पिछले चार दिन में राज्य में आतंकी घटनाओं में 45 जवानों की जान जा चुकी है। इससे पहले 14 फरवरी को पुलवामा में हुए फिदायीन हमले में 40 जवान शहीद हुए थे। वहीं, शनिवार को राजौरी के नौशेरा सेक्टर में एक आईईडी को नाकाम करते वक्त सेना के मेजर चित्रेश बिष्ट शहीद हो गए थे। बिष्ट का सोमवार को देहरादून में अंतिम संस्कार किया जा रहा है।
पुलवामा हमले पर प्रधानमंत्री ने नरेंद्र मोदी ने कहा, “पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हमला घृणित है। जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। पूरा देश जवानों के परिवार के साथ खड़ा है।” राहुल ने भी इस हमले पर दुख जाहिर किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यह कायराना हरकत से मैं बुरी तरह व्यथित हूं।”