भोपाल। सीआईडी इंदौर में पदस्थ डीएसपी पवन मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पीड़िता मंगलवार को राज्य महिला आयोग पहुंची। उन्होंने आयोग की अध्यक्ष लता वानखेड़े को एक आवेदन देकर डीएसपी को निलंबित करने की गुहार लगाई है।
साथ ही पीड़िता ने कहा कि डीएसपी मिश्रा उन्हें पत्नी व उनके 7 वर्षीय बेटे को पिता का नाम दें। पीड़िता ने आवेदन में लिखा है कि पवन मिश्रा ने उसे शादी काझांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए और अब उनका रिश्तेदार अनुज पांडे उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रहा है। पीड़िता ने बताया कि पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर ली है, लेकिन उसके बाद से कार्रवाई आगे नहीं बढ़ रही। जिस कारण वह मानसिक रूप से परेशान हो रही है।
2005 में हुई थी मुलाकात
पीड़ित महिला ने बताया कि वह 2005 में तत्कालीन हबीबगंज थाना प्रभारी पवन मिश्रा के संपर्क में आई थी। उसके बाद दोनों का मिलना-जुलना शुरू हुआ और कुछ समय बाद पवन ने भगवान को साक्षी मानकर मेरी मांग में सिंदूर भरकर मुझे पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया था। कुछ समय बाद उनका ट्रासंफर इंदौर हो गया, तो वो मुझे मिलने के लिए वहां बुलाते थे। मैं उन्हें शादी के लिए कहती थी तो वे रिटायरमेंट के बाद शादी करने की बात कहकर टाल देते थे। लेकिन मार्च 2016 में उनकी पत्नी को पता चल गया, जिसके बाद से डीएसपी और उनकी पत्नी मुझे धमकी दे रहे हैं।
जांच प्रतिवेदन मंगाएंगे
महिला आयोग की अध्यक्ष ने पीड़िता को कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा है कि इस मामले में एसपी को पत्र लिखकर जांच प्रतिवेदन मंगाएंगे। एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने क्या एक्शन लिया, इस संबंध में भी जानकारी लेंगे।