ग्वालियर । भिण्ड जिले के बरासों थाना क्षेत्र के ग्राम गोहरा में दबंगों द्वारा गांव से निकाले गए दलित परिवार को आज पुलिस प्रशासन द्वारा अपनी सुरक्षा में गांव पहुचाया गया है। 11 सदस्यीय पीडित दलित परिवार की सुरक्षा के लिए एक-चार का सशस्त्र गार्ड भी उपलब्ध कराया गया है।
एडीशनल एसपी अमृत मीणा ने बताया कि भिण्ड जिले के बरासों थाना क्षेत्र के ग्राम गोहरा निवासी अबिलाख बाल्मीक के 11 सदस्यीय परिवार को गांव के ही दबंग मुल्लेसिंह, गोलूसिंह, करुसिंह और एक महिला आरोपी ने दलित परिवार की मारपीट कर 19 मार्च 015 को गांव से बाहर निकाल दिया था। पीडित परिवार करीबन ढाई माह से भिण्ड के जिला उद्योग केन्द्र कार्यालय के पास एक टेंट में रहकर अपना जीवन बसर कर रहा था। आज पीडित परिवार को पुलिस सुरक्षा में उसके गांव गोहरा भेजा गया है। पीडित परिवार को गांव में ही स्थित किसी सरकारी बिल्डिंग में रखा जायेगा। उनकी सुरक्षा के लिए एसएएफ का एक-चार का सुरक्षा गार्ड उपलब्ध कराया गया है। दलितों को आतंकित करने वाले चार में से तीन आरोपी मृल्लेसिंह, गोलूसिंह व एक महिला को पहले ही गिरतार किया जा चुका है, जबकि एक आरोपी करुसिंह की गिरतारी अभी नहीं हुई है। करुसिंह की गिरतारी पर तीन हजार का इनाम घोषित था जिसे बढाकर 5 हजार रुपए कर दिया गया है। एक 11 वर्षीय बालिका को छेडछाड के मामले में आरोपियों के खिलाफ धाराओं में इजाफा करते हुए बालक बालिका लैंगिक संरक्षण अधिनियम 2012 का भी इजाफा किया गया है। दलित परिवार चाहे तो सुरक्षा के लिए शस्त्र लायसेंस के लिए भी आवेदन कर सकता है। जिसकी पुलिस अनुशंसा करेगी। पीडित परिवार को शासन स्तर पर जो सहायता दी जा सकती है उसके संबंध में भिण्ड के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) बीबी अग्निहोत्री को भी पत्र लिखा गया है। गांव में स्थित शासकीय उचित मूल्य की दुकान संचालक को भी सस्ता राशन उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है।
पीडित परिवार को गांव सुरक्षित भेजने से पूर्व एडीशनल एसपी अमृत मीणा ने अपने स्वयं की जेब से 2 हजार रुपए की पीडित की तत्काल मदद की।