ग्वालियर। विशेष स्थापना पुलिस लोकायुक्त ने आज सुबह लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के टाइमकीपर द्रगपाल सिंह परमार के यहां छापा मारकर उसके यहां से करोडों रूपए की चल अचल संपत्ति का खुलासा किया है। लोकायुक्त पुलिस को टाइम कीपर के यहां तीन कंस्ट्रक्शन कंपनियों के दस्तावेज भी मिले हैं। इन कंपनियों के माध्यम से करोडों रूपए का लेन देन भी होने की जानकारी सामने आई है। लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक अमित सिंह ने बताया कि लोक निर्माण विभाग के डिवीजन २ में टाइम कीपर रहे द्रगपाल सिंह परमार के यहां आय से अधिक संपत्ति की एक शिकायत लोकायुक्त पुलिस को मिली थी। पुलिस ने उक्त शिकायत की जांच की तो वह सही पाई गई। लोकायुक्त पुलिस ने टाइमकीपर के यहां छापा मारने से पहले सर्च वारंट भी हासिल कर लिया था। आज सुबह साढे पांच बजे लोकायुक्त पुलिस की टीम टाइम कीपर डीपीएस परमार के करहिया स्थित निवास पर जा धमकी। पुलिस को देख पहले तो डीपीएस परमार सकते में आ गया। लेकिन सर्च वारंट देखकर वह चुप हो गया। उधर लोकायुक्त की टीम ने उसके यहां सर्च करने पर तीन कंस्ट्रक्शन कंपनियों महादेव महाकाल और कामदगिरी कंपनियों के दस्तावेज जब्त किए हैं। वहीं उसका एक दो मंजिला मकान, एक प्लॉट एक और मकान व प्लाट करहिया गांव में , तीन डंपर , दो जेसीबी मशीनें, दो ट्रेक्टर, एक स्कार्पियो, दो महिन्द्रा जीप, एक टाटा आर्या, एक बाइक, चार लाख ७३ हजार रूपए नगद, सोने चांदी के जेवरात आदि की जानकारी सामने आई है। इसके साथ ही १५ बैंक खातों की भी जानकारी सामने आई है। जांच टीम के अनुसार यह संपत्ति करोडों में है जबकि टाइम कीपर और उसकी पत्नी दोनों की मिलाकर कुल वेतन ११ हजार रूपए के आसपास है। जबकि उनके पास संपत्ति करोडों की है। लोकायुक्त एसपी ने बताया कि टाइम कीपर सरकारी सेवा में रहते हुए कंस्ट्रक् शन कंपनी चला रहा था। जांच में बेहिसाब और संपत्ति मिलने की संभावना है। वहीं उसके बैंक लाकर और बैंक खातों की पड़ताल बाद में की जाएगी।