नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी टूजी स्पेक्ट्रम आवंटन और कोयला ब्लॉक आवंटन घोटाले में आरोपों का सामना कर रहे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे पर अड़ गई है। बीजेपी पीएम के इस्तीफे से कम किसी बात पर मानने वाली नहीं है। पार्टी की आज संसद भवन में इस मामले में आगे की रणनीति तय करने के लिए नियमित बैठक हुई। बैठक में कहा गया कि संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ को संसद में गतिरोध दूर करने के लिए अलग-अलग नेताओं से मिलने के बजाय सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए।
सूत्रों के अनुसार पार्टी का मत साफ है कि वह टूजी मामले में गठित संयुक्त संसदीय समिति जेपीसी के अध्यक्ष पीसी चाको को हटाये जाने से शांत नहीं होने वाली। पार्टी का कहना है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को इस्तीफा देना होगा। बीजेपी कानून मंत्री अश्विनी कुमार को बर्खास्त करने की मांग पर भी कायम है। बैठक में लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज के अलावा वरिष्ठ नेताओं मुरली मनोहर जोशी, जसवंत सिंह, यशवंत सिन्हा, लोकसभा में उप नेता गोपीनाथ मुंडे, रविशंकर प्रसाद और राजीव प्रताप रूडी ने हिस्सा लिया। कमलनाथ ने संसद में गतिरोध दूर करने के लिए शनिवार को बीजेपी के शीर्ष नेता लाल कृष्ण आडवाणी से मुलाकात की थी।