लखनऊ। कांग्रेस में नेतृत्‍व विवाद में सबसे ज्‍यादा मुखर रहे वरिष्‍ठ कांग्रेसी नेता कपिल सिब्‍बल के तेवर अभी भी तल्‍ख ही हैं। पिछले कुछ दिनों से वह लगातार अपने ट्वीट के जरिए कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्‍व पर हमला बोलते रहे हैं। गुरुवार को भी उन्‍होंने एक और ट्वीट किया जिसमें कांग्रेस को नसीहत दी गई कि अपने पार्टी नेताओं पर हमला करने की जगह विपक्षी दलों पर हमला करें।

सिब्‍बल का यह ट्वीट पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के खिलाफ हुए प्रदर्शनों के बाद आया है। इस ट्वीट में सिब्‍बल ने कहा है, ‘अफसोस की बात है कि जितिन प्रसाद को यूपी में आधिकारिक तौर पर निशाना बनाया जा रहा है। जरूरत इस बात की है कि कांग्रेस बीजेपी पर सर्जिकल स्‍ट्राइक करे न कि अपनों पर हमले करके अपनी ऊर्जा बर्बाद करे।’


बुधवार को यूपी के लखीमपुर खीरी में जितिन प्रसाद के खिलाफ कांग्रेसियों ने विरोध प्रदर्शन किया था। लखीमपुर खीरी जिला कांग्रेस कमिटी ने जितिन प्रसाद पर पार्टी विरोधी गतिविधियों मे शामिल होने का आरोप लगाते हुए मांग की कि उन्‍हें पार्टी से निकाल दिया जाए। इस बैठक में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला और नगर अध्‍यक्ष की मौजूदगी में मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।


हाल ही में कांग्रेस के कुछ नेताओं ने सोनिया गांधी को लेटर लिखकर संगठन में बदलाव की मांग की थी। इन नेताओं में जितिन प्रसाद का भी नाम शामिल है। सोमवार को कांग्रेस कार्यकारिणी (CWC) की बैठक में राहुल गांधी ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने वाले नेताओं के खिलाफ तल्ख टिप्पणी की थी और इसे बीजेपी की साजिश तक बता दिया था।


राहुल ने इस लेटर की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए पूछा, ‘सोनिया गांधी के अस्पताल में भर्ती होने के समय ही पार्टी नेतृत्व को लेकर पत्र क्यों भेजा गया था?’ उन्‍होंने कहा कि ‘पार्टी नेतृत्व के बारे में सोनिया गांधी को पत्र उस समय लिखा गया था जब राजस्थान में कांग्रेस सरकार संकट का सामना कर रही थी। पत्र में जो लिखा गया था उस पर चर्चा करने का सही स्थान सीडब्ल्यूसी की बैठक है, मीडिया नहीं।’ उन्‍होंने आरोप लगाया कि यह पत्र बीजेपी के साथ मिलीभगत में लिखा गया।

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