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नई दिल्ली/इंदौर। पाकिस्तान से लौटी गीता के परिवार का पता लगाने की हर कोशिश नाकाम होने के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोशल मीडिया टि्वटर के जरिए अनोखी पहल की है। गीता की जड़ तलाशने की कोशिश के तहत विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान से गीता की हस्तलिखित डायरी प्राप्त की है।

इसके 19 पन्नों में गीता ने अपने पाकिस्तान प्रवास के दौरान कई बातें लिखी हैं। इनमें कुछ रोमन लिपि में तो कुछ किसी भारतीय भाषा में हैं। इन पन्नों को ट्वीट करते हुए सुषमा ने जनता से यह किस क्षेत्र का है उसकी जानकारी देने का आग्रह किया है। बोलने और सुनने में अक्षम गीता को पाकिस्तान से 26 अक्टूबर, 2015 को भारत लाया गया था। आने के बाद से वह इंदौर स्थिति एक गैर सरकारी संगठन के साथ रह रही है।

यह लिखा है डायरी में : गीता ने डायरी में अपने घर का पता सी-193 लिखा है। साथ ही रोमन में लिखा है कि उसके घर के पास एक लेडी डॉक्टर है, जिससे सीधे जाने पर एक चीनी वाला और जूस वाला है। इसके आगे ‘गोल्डेन चिट्टी’ है।

गीता ने रोमन में यह भी लिखा है, ‘हे भगवान, मुझे मेरे मां-बाप से मिलवा दो। मुझे उनकी बहुत याद आती है। मैं उनसे बहुत प्यार करती हूं।’ इसके अलावा कुछ बातें जिस भाषा में लिखी हुई हैं, उनको लेकर भी स्पष्टता नहीं है। इसके कुछ शब्द संथाली या झारखंड-ओडिशा सीमा पर बोली जाने वाली स्थानीय भाषाओं से मिलते-जुलते हैं।

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