इस्लामाबाद: पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में एक अर्द्धसैनिक प्रशिक्षण शिविर पर आतंकवादियों के हमले में मंगलवार को चार सैनिकों की मौत हो गई और चार आतंकवादी भी मारे गये. सेना ने बताया कि चार आतंकवादियों ने प्रांत के लोरलई क्षेत्र में फ्रंटियर कोर के प्रशिक्षण केन्द्र में घुसने का प्रयास किया. उन्होंने बताया कि लक्ष्य को निशाना नहीं बना पाने के कारण आतंकवादियों ने गोलीबारी की और जांच चौकी के निकट परिसर में घुस गये. सेना ने बताया कि अभियान के दौरान एक आत्मघाती हमलावर समेत चार आतंकवादी मारे गये. उन्होंने बताया कि हमले में चार सुरक्षाकर्मी भी मारे गये है और दो अन्य घायल हो गये. हमले की किसी भी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है.
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बता दें कि पाकिस्तान में इस तरह का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले पिछले साल जुलाई में पाकिस्तान की दो चुनावी रैलियों को निशाना बनाकर किये गये शक्तिशाली बम विस्फोटों में शीर्ष राष्ट्रवादी नेता समेत कम से कम 75 लोगों की मौत हो गई थी और 150 से अधिक लोग घायल हो गये थे. आतंकवादियों ने बलूचिस्तान प्रांत के मासतुंग क्षेत्र में बलूचिस्तान अवामी पार्टी (बीएपी) के नेता सिराज रायसानी को निशाना बनाया था.

बलूचिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री फैज काकर और मासतुंग के उपायुक्त हबीब बलूच ने विस्फोट में बीएपी नेता रायसानी के साथ 69 अन्य लोगों के मारे जाने की पुष्टि की थी. काकर ने कहा था कि शुरुआत में मृतकों की संख्या अधिक नहीं थी लेकिन रायसानी समेत गंभीर रूप से घायल लोगों की अस्पताल में मौत हो गई. उन्होंने बताया था कि मृतकों की संख्या और भी बढने की आशंका है क्योंकि विस्फोट में 120 अन्य घायल हुए थे. जिला पुलिस अधिकारी मुहम्मद अयूब अचकजई ने बताया था कि घायल रायसानी की क्वेटा ले जाने के दौरान मौत हो गयी. वह बलूचिस्तान के पूर्व मुख्यमंत्री नवाब असलम रायसानी के भाई थे. इस घटना से कुछ ही घंटा पहले खैबर पख्तूनख्वा के बन्नू इलाके में मुत्ताहिदा मजलिस अमाल नेता अकरम खान दुर्रानी की रैली में भी विस्फोट हुआ था .

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