मध्यप्रदेश के छतरपुर में डॉ नीरज पाठक हत्याकांड का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। डॉ पति का कातिल कोई और नहीं बल्कि उनकी पत्नी ही निकली। पुलिस ने प्रोफेसर पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी पत्नी और महाराजा कॉलेज की प्रोफेसर ममता पाठक ने अपने पति को खाने में नींद की गोलियां मिला दी, जिससे पति नीरज पाठक थोड़ी देर में ही गहरी नींद में सो गए। इसके बाद पत्नी ने करंट लगाकर पति को मार डाला। इतना ही नहीं आरोपी महिला ने पति का शव दो दिन तक अपने बेडरूम में रखा और 1 मई को थाने पहुंचकर पति की मौत के बारे में पुलिस को जानकारी दी।
छतरपुर सिविल लाइन थाना प्रभारी ने बताया कि लोकनाथपुरम में रहने वाले डॉ. नीरज पाठक की हत्या मामले में जब पत्नी थाने आकर जानकारी दी तो पुलिस को उसी वक्त शक हुआ कि दाल में जरूर कुछ काला है। पुलिस ने जब जांच शुरू की तो पता चला कि पत्नी ने ही पति को मौत के घाट उतारा है। पुलिस ने महिला के पास से नींद की गोली और करंट लगाने वाला इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी बरामद किया है। आरोपी प्रोफेसर ममता पाठक को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेजा जाएगा।
महिला ने वीडियो देखकर पति की हत्या की
पुलिस पूछताछ में आरोपी महिला ने बताया कि उसने एक वीडियो देखा, जिसमें बताया गया था कि खाने में जहर देकर किसी की हत्या की जाती है और दो दिन तक शव को छोड़ दिया जाता है तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहर सामने नहीं आता और आरोपी आसानी से बच निकलता है। लिहाजा महिला ने 29 अप्रैल को पति नीरज पाठक की हत्या कर शव को घर में छोड़ दिया और 1 मई को थाने पहुंचकर खुद पति की मौत की सूचना दी।
डॉक्टर दंपती में लंबे समय से चल रहा था विवाद
पुलिस के मुताबिक डॉक्टर नीरज पाठक और पत्नी ममता पाठक में पिछले दो दशक से विवाद चल रहा था। प्रोफेसर पत्नी को संदेह था कि उनके डॉक्टर पति के किसी दूसरी महिला से अवैध संबंध हैं। इसलिए वे रात के समय उन्हें नींद की गोली और इंजेक्शन देकर सुला देते थे। लेकिन पुलिस जांच में महिला का आरोप निराधार निकला । महिला वाकई में मानसिक तौर से कमजोर थी। महिला को रात में नींद नहीं आती थी, इसलिए उसे नींद की सूई लगाई जाती थी।