भोपाल। पटवारी भर्ती परीक्षा के पहले ही दिन अव्यवस्था की स्थिति बन गई। सुबह 9 बजे शुरू होने वाली पहले चरण की परीक्षा आधार लिंक न होने से तय समय पर शुरू नहीं हो पाई। परीक्षा केंद्रों के बाहर आधार लिंक कराने के लिए छात्रों की लाइन लगी रही।

प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड के एग्जाम कंट्रोलर एसकेएस भदौरिया ने कहा कि पटवारी की पहली परीक्षा में 8000 आवेदक शामिल हो पाए, बाकी की परीक्षा नहीं हो पाई। अब इन आवेदकों की परीक्षा री-शेड्यूल होगी। पूरे प्रदेश के 86 सेंटर्स में 26 हजार आवेदकों को शामिल होना था। करीब 18 हजार का दोबारा एग्जाम होगा। एग्जाम कराने वाली कंपनी टीसीएस को ब्लैकलिस्टेड किया जा सकता है। वहीं दूसरी पाली की परीक्षा 3 से 5 बजे नियमित होगी और कल से भी तय समय से परीक्षा होगी।

ऑनलाइन परीक्षा में प्रवेश के लिए हर उम्मीदवार की बायोमेट्रिक मिलान और पहचान दर्ज करने के निर्देश केंद्रों को दिए गए हैं। बगैर आधार कार्ड और फिंगर प्रिंट मैचिंग के परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। लेकिन एक परीक्षार्थी को आधार लिंक कराने के बाद रजिस्ट्रेशन कराने में करीब 15 से 20 मिनट का वक्त लगा, जिससे बड़ी संख्या में छात्र केंद्रों के बाहर ही खड़े रह गए।

भोपाल के एक केंद्र पर सर्वर डाउन होने से परीक्षार्थी आक्रोशित हो गए। इसके बाद उन्होंने हंगामा करते हुए पत्थरबाजी की। छात्रों का कहना है कि कई जिलों से युवा यहां पहुंचे हैं, ऐसे में सुबह 9 बजे शुरू होने वाली परीक्षा अब भी शुरू नहीं हो पाई है। कोई भी अधिकारी इस बारे में कुछ नहीं बता रहा है, इससे वे और ज्यादा आक्रोशित हैं। जबलपुर के टेक्नीकल इंजीनियरिंग कॉलेज और ग्लोबल कॉलेज के बाहर विवाद की स्थिति बन गई। जब 9 बजे परीक्षा शुरू नहीं हुई तो छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया।

शिक्षा मंत्री दीपक जोशी ने कहा कि तकनीकी समस्या की वजह से ऐसी स्थिति बनी है। आने वाले समय में निजी कंपनी की जगह खुद की परीक्षाएं करवाएंगे। व्यवस्था बनाने के लिए केंद्रों पर मौजूद अधिकारी तेजी के साथ काम कर रहे हैं। परीक्षार्थियों के आक्रोशित होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह स्वाभाविक है, लेकिन सब ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है।

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