मुंबई। सरकारी अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त होकर किस कदर अकूत संपत्ति के मालिक बन रहे हैं। इसका अंदाजा बृहन मुंबई नगर निगम (बीएमसी) में कार्यरत सहायक अभियंता बंधु कुलकर्णी की कमाई को देखकर लगाया जा सकता है। प्रतिमाह पच्चीस हजार रुपये पगार पाने वाले कुलकर्णी वर्तमान में सात करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं। मुंबई में उनके कई फ्लैट और दुकानें हैं। इंजीनियर कुलकर्णी की पत्नी अंजलि का आरोप है कि उनके पति ने भ्रष्टाचार करके अकूत संपत्ति जुटाई है। बीएमसी ने अंजलि की शिकायत पर कुलकर्णी के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।
सहायक अभियंता के खिलाफ मोर्चा खोलने वाली उसकी परित्यक्ता पत्नी ने पिछले वर्ष बीएमसी अधिकारियों को पत्र भेजकर कुलकर्णी की कमाई की जांच कराने की मांग की थी। अंजलि के मुताबिक, पच्चीस हजार रुपये महीने की पगार पाने वाला उसका पति कैसे करोड़ों की संपत्ति का मालिक बन गया। अपने पति की संपत्ति का ब्योरा हासिल करने के लिए अंजलि ने सूचना का अधिकार (आरटीआइ) कानून का सहारा लिया।
इंजीनियर की पत्नी के अनुसार, उसके पति के नाम मुंबई में जोगेश्वरी पूर्व के मेघवाडी, सर्वोदय नगर, लोखंडवाला और कांदिवली में कई मकान व फ्लैट हैं। गोरेगांव के ओबराय मॉल में दो दुकानें भी कुलकर्णी के नाम है।
अंजलि का आरोप है कि बंधु कुलकर्णी की काली कमाई के बारे में सारे साक्ष्य मुहैया कराने के बावजूद बीएमसी अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। इस पर बीएमसी का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।