
इस अवसर पर आचार्य सभा के संयोजक स्वामी परमानंद सरस्वती जी, सांसद आलोक संजर, विधायक रामेश्वर शर्मा एवं सुरेन्द्रनाथ सिंह, भोपाल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष ओम यादव, अध्यक्ष नागरिक आपूर्ति निगम डॉ. हितेष वाजपेयी, पूर्व महापौर श्रीमती कृष्णा गौर, वृजेश लूणावत सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय हमारे मार्गदर्शक हैं। हमारे दर्शन का आधार है। सरकार पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष गरीब कल्याण वर्ष के रूप में मना रही है। उन्होंने प्रतिमा स्थापना के लिये नगर-निगम और सांसद, विधायक सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के प्रति आभार ज्ञापित किया।
महामंडलेश्वर जगतगुरु स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा कि एकात्मकवाद का चिंतन अद्वैत दर्शन का सार है। इसमें उपनिषदों का स्वर दिखाई देता है। अंतिम व्यक्ति के हित रक्षण का सम-सामयिक चिंतन है। जो जैव जगत के कल्याण और सह-अस्तित्व में विश्वास करता है। उन्होंने नगर के लोक मंगल के कल्याण की ईश्वर से कामना की। महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि अंतिम व्यक्ति के कल्याण के पं. दीनदयाल उपाध्याय के स्वप्न को साकार करने के लिये संकल्पित हैं। यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिये रोटरियाँ हटाने का कार्य निगम द्वारा किया जा रहा है। इस क्रम में सबसे पहले आराध्य पं. दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का प्रतिस्थापन किया गया। उन्होंने बताया कि नवीन प्रतिमा स्थल के सौंदर्यीकरण पर डेढ़ करोड़ रुपये व्यय किये जायेंगे। चौराहे के चौड़ीकरण एवं सौंदर्यीकरण के लिये राष्ट्रीय राज मार्ग से 35 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। प्रारंभ में पं. दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलन अतिथियों ने किया। भूमि-पूजन विष्णु राजौरिया ने संपन्न करवाया। आभार प्रदर्शन नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान ने किया।