काठमांडू । नेपाल के चुनाव आयोग ने गुरुवार को ऐलान किया कि नए राष्ट्रपति के लिए चुनाव अगले महीने 13 मार्च को किए जायेंगे। राजनीतिक दलों के साथ एक सप्ताह चले बैठक के बाद गुरुवार को चुनाव आयोग ने इस बात पर फैसला किया।
नेपाल चुनाव आयोग के प्रवक्ता नबराज ढकाल ने अपने एक बयान में कहा, मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. अयोधी प्रसाद यादव की अध्यक्षता में गुरुवार को चुनाव आयोग के अधिकारियों के साथ हुए बैठक में 13 मार्च को राष्ट्रपति के चुनाव आयोजित करने का फैसला किया गया था।
नेपाल चुनाव आयोग ने 7 मार्च को नामांकन दाखिल करने का दिन तय किया है। नए राज्य प्रमुख या संघीय नेपाल के पहले राष्ट्रपति के लिए मतदान 10 बजे से शुरु होकर शाम 4 बजे तक जारी रहेगा। चुनावी कॉलेज, जो दोनों संघीय संसद और प्रांतीय परिषदों के सदस्य शामिल हैं, में क्रमशः 79 और 48 वोटों का भार है। नए उपराष्ट्रपति का चुनाव इसके एक सप्ताह बाद होगा।
नए PM बनने के साथ ही राष्ट्रपति चुनाव की भी प्रक्रिया शुरु
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (यूनिफाइड मार्क्सिस्ट-लेनिनिस्ट) के अध्यक्ष केपी ओली एक बार फिर नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त हुए। केपी ओली की नियुक्ति के साथ ही नेपाल में आगामी राष्ट्रपति चुनाव और उप राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया भी आधिकारिक तौर पर शुरू हो गई है।
नेपाल के चुनाव आयोग ने गुरुवार को राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए क्रमशः नेपाल के राजनीतिक दलों के साथ चर्चा की है। चुनाव आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त डॉ. अयोधी प्रसाद यादव की अध्यक्षता में हुई बैठक में मार्च के मध्य में होने वाले राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव पर चर्चा हुई। नेपाल के चुनाव आयोग ने कहा कि राजनीतिकों ने प्रस्ताव के बारे में सकारात्मक जवाब दिया है। चुनाव आयोग ने नेपाल के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए 5 मार्च और 17 मार्च की तारीख तय की है।
केपी ओली बने नेपाल के 41वें प्रधानमंत्री
बता दें कि गुरुवार को केपी ओली ने देश के 41वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली, लेकिन वर्ष 2015 में नेपाल के नए संविधान के लागू होने के बाद कोली देश के पहले प्रधानमंत्री हैं। राष्ट्रपति बिध्या देवी भंडारी ने केपी ओली की प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाई। चुनाव में ऐतिहासिक जीत के बाद कोली ने दूसरी बार प्रधानमंत्री का पद संभाला है। इससे पहले वे 11 अक्टूबर 2015 से 3 अगस्त 2016 तक नेपाल के प्रधानमंत्री रह चुके हैं।
नेपाल के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के कार्यकाल के खत्म होने से एक महीने पहले चुनाव कराने का प्रावधान है। इसके बाद नेपाल के चुनाव आयोग को इसकी जानकारी नेपाल की सरकार को देनी होगी। बता दें कि वर्ष 2008 में नेपाल गणराज्य बना था, उससे पहले वहां राजशाही शासन था। डॉ.राम बरन यादव नेपाल के पहले राष्ट्रपति नियुक्ति हुए थे, जबकि बिद्या देवी भंडारी देश की दूसरी राष्ट्रपति और देश के लोकतांत्रिक इतिहास में पहली महिला राष्ट्रपति हैं।