नीमच। मध्यप्रदेश के नीमच जेल से आज सुवह चार कैदी जेल की 22 फीट ऊंची दीवार फांदकर फरार हो गए। फरार कैदी दुष्कर्म, नशीली दवाओं की तस्करी समेत संगीन अपराधों में सजा काट रहे थे। मामले में जेलर समेत चार जेल प्रहरियों को निलंबित कर दिया गया। वहीं, फरार कैदियों को गिरफ्तार करने में मदद करने वालों को 50 हजार रुपए इनाम देने का ऐलान भी किया गया।
जेलर आरसी बसुनिया के मुताबिक, वारदात आज सुबह 4 बजे के लगभग की है । बैरक नंबर 11 के चार कैदी बैरक के सरिए काटकर बाहर आ गए और जेल की दीवार पर रस्सा डालकर दीवार पर चढ़ गए और बाहर छलांग लगा दी। बैरक के अंदर से आरी के चार पत्ते मिले हैं। जेल में 27 प्रहरी हैं, जिनमें से 7 महिलाएं है।
प्रारंभिक जांच में प्रहरियों की लापरवाहीं के साथ वारदात में किसी बाहरी व्यक्ति द्वारा मदद किए जाने की बात सामने आ रही है। सर्कल जेल अधीक्षक आरआर डांगी के मुताबिक, जेल प्रहरियों विजेंद्र धाकड़, ईश्वर, संचित शर्मा और बालमुकुंद लवाना को लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही जेलर वसुनिया को भी निलंबित कर दिया गया।
इससे पहले फरवरी 2017 में भी मध्यप्रदेश के मुरैना जिला जेल से दो कैदी फरार हो गए थे। वहीं 2016 में आतंकी संगठन सीमी के आठ आतंकवादी भोपाल जेल के प्रहरी की हत्या कर फरार हो गए थे। 2009 में नीमच की इसी जेल से 5 कैदी फरार हुए थे।
नरसिंह बंजारा (20वर्ष) निवासी ग्राम गणेशपुरा थाना भिण्डर जिला उदयपुर (राजस्थान)। नरसिंह को एनडीपीएस के तहत 10 साल की सजा हुई थी।
दुबे लाल धुर्वे (19वर्ष) निवासी ग्राम गोगरी थाना नौगांव जिला मंडला। दुबेलाल को धारा 376 में 10 साल की सजा हुई थी।
पंकज मोंगिया (21वर्ष) निवासी ग्राम नल वाई थाना बड़ी सादड़ी जिला चित्तौड़। पंकज एनडीपीएस के तहत सजा काट रहा था।
लेखराम बावरी (29वर्ष) निवासी ग्राम चंदवासा थाना मल्हारगढ़ जिला मंदसौर।