इंदौर। इंदौर में नीट परीक्षा पास करवाने और मेडिकल कॉलेज में दाखिला के नाम पर एक बड़ा रैकेट चल रहा था। गिरोह के लोग दाखिले के नाम पर एक छात्र से 20-20 लाख रुपये ले रहे थे। एसटीएफ की टीम ने गिरोह के 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों ने अब तक 5 करोड़ रुपये की ठगी की है। पीड़ित लोगों ने बताया है कि पैसे लेने के बाद ये लोग अपना मोबाइल बंद कर लेते थे।
दरअसल, अजय कुमार जैन ने इंदौर एसटीएफ में शिकायत दर्ज कराई थी कि शंकर मनवटकर और सचिन मनवटकर नामक व्यक्तियों ने उनकी बेटी का एडमिशन किसी सरकारी कॉलेज में कराने का आश्वासन दिया है। इस कार्य के लिए 20 लाख रुपये का खर्च बताया है। जिसके बाद अजय कुमार जैन ने उसे 8 लाख रुपये नगद और 11 लाख 50 हजार रुपये अपनी पत्नी के खाते से सचिन मनवटकर को दिए और 20 हजार नगद शंकर को दिए।
पैसे मिलने के बाद दोनों ने अपने मोबाइल फोन बंद कर लिए। शिकायत के आधार एसटीएफ इंदौर ने प्रकरण दर्ज करते हुए दोनों आरोपियों की तलाश शुरू की थी। विवेचना के दौरान दोनों आरोपियों के महाराष्ट्र में होने की जानकारी मिली थी। जिसके बाद एसटीएफ इंदौर ने योजनाबद्ध तरीके से दोनों आरोपियों को महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर लिया है।
एसटीएफ एसपी मनीष खत्री के अनुसार आरोपियों से पूछताछ में 5 करोड़ रूपए की धोखाधड़ी करने की बात सामने आई है। एसटीएफ इंदौर आरोपियों से सख्ती से पूछताछ कर रही है। गिरोह का एक सदस्य सौरव पंजाब के नाभा जेल में बंद है। एसपी के अनुसार आरोपी हाई प्रोफाइल परिवार के बच्चों को विदेशों में नौकरी दिलवाने और विदेश भेजने का कार्यालय खोल कर ठगी कर रहे थे। आरोपियों ने एमपी के कई जिलों में ठगी की है। इनके पास से कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी जप्त किए गए हैं।