ग्वालियर। भिण्ड शहर कोतवाली पुलिस ने निलंबित चल रहे नगरनिरीक्षक (टीआई) धनेन्द्र भदौरिया के खिलाफ विभागीय जांच में गवाह को धमकाकर शपथ पत्र लिखवाने का मामला दर्ज किया है। विभागीय जांच के दौरान गवाह ने बयान दिया था कि वह नगर निरीक्षक धनेन्द्र भदौरिया को जुआ का अड्डा चलाने के एवज में प्रति माह 50 हजार रुपए देता था। इसी आरोप में पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने टीआई धनेन्द्र भदौरिया को निलंबित कर दिया था। इस पूरे मामले की जांच दतिया पुलिस अधीक्षक इरशाद वली कर रहे है।
पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने भिण्ड जिले के रौन थाने में पदस्थ टीआई धनेन्द्र भदौरिया को निलंबित किया था। टीआई पर आरोप था कि भिण्ड देहात थाना क्षेत्र के हेबदपुरा निवासी भीम यादव जो जुए का अड्डा संचालित करने के एवज में टीआई धनेन्द्र भदौरिया को प्रति माह 50 हजार रुपए देता है। इतना ही नहीं हत्या का प्रयास के एक मामले में टीआई को 2 लाख रुपए भी दिए थे। टीआई पर लगाए गए आरोपों को झूठा सावित करने के लिए 10 दिसंबर को भीम यादव को टीआई धनेन्द्र भदौरिया घर से उसे उठा ले गए और उस पर दवाब बनाकर झूठा शपथ पत्र लिखवा लिया। भीम यादव की रिपोर्ट पर शहर कोतवाली पुलिस ने निलंबित चल रहे टीआई धनेन्द्र भदौरिया के खिलाफ गवाह को धमकाने का अपराध दर्ज किया है।