वाशिंगटन | दिल्ली में पिछले साल 16 दिसंबर को चलती बस में सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई ‘निर्भया’ को अमेरिका मरणोपरांत सम्मानित करेगा। उसका नाम उन 10 असाधारण महिलाओं में है, जिन्हें विदेश मंत्रालय इंटरनेशनल वीमेन ऑफ करेज अवार्ड से शुक्रवार को सम्मानित करेगा। अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन कैरी महिलाओं को यह सम्मान प्रदान करेंगे। इस अवसर पर अमेरिका की प्रथम महिला मिशेल ओबामा भी मौजूद होंगी, जिन्होंने दुनियाभर में महिलाओं के अधिकारों एवं सशक्तीकरण के लिए पुरजोर वकालत की है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने वर्ष 2007 से यह अवार्ड देना शुरू किया है। तब से अब तक यह 45 देशों की 67 महिलाओं को सम्मानित किया जा चुका है। ‘निर्भया’ को मरणोपरांत न्याय के लिए लड़ने वाली बहादुर के रूप में सम्मानित किया जाएगा। उसकी प्रशंसा करते हुए विदेश मंत्रालय से जारी बयान में कहा गया है कि ‘निर्भया’ ने लाखों भारतीय महिलाओं को न्याय के लिए लड़ने को प्रोत्साहित किया। उसका परिवार अब भी इस तरह की वारदातों से महिलाओं पर लगने वाले सामाजिक कलंक को दूर करने की कोशिश कर रहा है। इसमें कहा गया है कि ‘निर्भया’ ने अस्पताल में उपचार के दौरान साहसपूर्वक दो पुलिस बयान दर्ज कराए और छह हमलावरों के खिलाफ न्याय की मांग की। उसने जीने की इच्छा जताई, ताकि वह न्याय होता हुआ देख सके। उसके संघर्ष ने कई भारतीयों को प्रेरित किया।