भोपाल ! केन्द्रीय मंत्रिपरिषद द्वारा बुधवार को मंजूर की गई नई फसल बीमा योजना को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सही अर्थो में किसान हितैषी बताया है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री चौहान द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया है कि प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित होने वाले अधिक से अधिक किसानों को इस नीति से कम से कम समय में भरपूर सहायता मिल सकेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह कई वर्ष से वर्तमान में चल रही फसल बीमा योजनाओं की कमियों को दूर करते हुए उसे सही मायने में किसानों का हित साधने वाली फसल बीमा योजना लागू करने का समय-समय पर आग्रह करते रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में चल रही बीमा योजनाओं से अब तक कुल 23 प्रतिशत किसानों को ही लाभ मिलता रहा है। इनकी समीक्षा कर नई बातों को शामिल करके जो नई फसल योजना बनाई गई है वह हर लिहाज से किसानों के हक में बेहतर है।
उन्होंने कहा कि नई योजना में किसानों द्वारा दी जाने वाली प्रीमियम राशि बहुत कम कर दी गई है। अब किसानों को खरीफ फसलों के लिए बीमित राशि का मात्र दो प्रतिशत, रबी फसलों के लिए बीमित राशि के लिए 1 5 प्रतिशत और वाणिज्यिक तथा बागवानी फसलों के लिये बीमित राशि का सिर्फ पांच प्रतिशत प्रीमियम देना होगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नई फसल बीमा योजना में ओला, जल भराव और लेण्ड स्लाइड जैसी आपदाओं को स्थानीय आपदा मानने का प्रावधान सर्वथा उचित है। पुरानी योजनाओं में यदि किसान के खेत में जल-भराव हो जाता था, तो किसान को मिलने वाली दावा राशि इस बात पर निर्भर करती थी कि गांव या गांव के समूह में नुकसानी कितनी है। इस कारण कई बार नदी-नाले के किनारे या निचले स्थल में स्थित खेतों में नुकसान के बावजूद किसानों को दावा राशि प्राप्त नहीं होती थी। नई योजना में इस विसंगति को दूर किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि फसल कटाई के बाद के नुकसान को भी बीमा योजना में शामिल कर किसानों के हित में बड़ा कदम उठाया गया है। फसल कटने के 14 दिन तक यदि फसल खेत में है और इस दौरान कोई आपदा आ जाती है तो किसानों को दावा राशि प्राप्त हो सकेगी।